- दोनों पीड़िता महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के कंजरभाट समुदाय की सदस्य हैं
- शादी के बाद दोनों बहनों को अलग-अलग बेडरूम में ले जाया गया
- वहां उनका समाज की कथित रस्म के अनुसार कौमार्य परीक्षण या वर्जिनिटी टेस्ट किया गया
महाराष्ट्र के कोल्हापुर (Kolhapur) में ऐसा मामला सामने आया है जो आपको हैरान कर देगा, यहां वर्जिनिटी टेस्ट में फेल होने के बाद पत्नियों को तलाक देने की इजाजत जाट पंचायत की तरफ से उनके पतियों को दी गई है, यहां दो बहनों ने आरोप लगाया है कि शादी के बाद जबरन उनका कौमार्य परीक्षण (Virginity Test) कराया गया और इसमें फेल होने के बाद वहां की जाट पंचायत ने तलाक का आदेश दे दिया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये मामला खासी सुर्खियां ले रहा है इसकी जानकारी सामने आने पर पुलिस ने कथित तौर पर पत्नियों का बहिष्कार करने के मामले आरोपी पतियों, सास और जाट पंचायत के कुछ सदस्यों के खिलाफ मामला दर्ज किया है, इस मामले में एफआईआर दर्ज की गई है।
गौर हो कि दोनों बहनों ने पतियों के खिलाफ पुलिस में शिकायत की थी, दोनों लड़कियों की शिकायत के आधार पर पुलिस ने आईपीसी की धारा और महाराष्ट्र निषेध संहिता की धाराओं के तहत आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया है।
दोनों पीड़िता महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले के कंजरभाट समुदाय की सदस्य हैं उन्हीं के समुदाय के दो पुरूषों ने शादी का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद 27 नवंबर 2020 को शादी हो गई आरोप है कि शादी के बाद दोनों बहनों को अलग-अलग बेडरूम में ले जाया गया वहां उनका समाज की कथित रस्म के अनुसार कौमार्य परीक्षण या वर्जिनिटी टेस्ट किया गया।
वर्जिनिटी टेस्ट में कथित रूप से फेल होने के बाद आरोपियों ने दोनों बहनों पर गंभीर आरोप लगाए और कहा कि शादी से पहले ही वो किसी और से संबंध बना चुकी हैं।
(सभी फोटो प्रतीकात्मक हैं)