नयी दिल्ली । राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) की नई रिपोर्ट के अनुसार भारत में 2021 में बलात्कार के कुल 31,677 मामले, यानी रोजाना औसतन 86 ममले दर्ज किए गए। वहीं उस साल महिलाओं के खिलाफ अपराध के करीब 49 मामले प्रति घंटे दर्ज किए गए।गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाले एनसीआरबी की ‘क्राइम इन इंडिया 2021’ रिपोर्ट के अनुसार, 2020 में बलात्कार के 28,046 मामले, जबकि 2019 में 32,033 मामले दर्ज किए गए थे।
राजस्थान में दुष्कर्म के सबसे ज्यादा केस
2021 में राजस्थान में दुष्कर्म के सबसे अधिक 6,337 मामले दर्ज किए, जिसके बाद मध्य प्रदेश में 2,947, महाराष्ट्र में 2,496, उत्तर प्रदेश में 2,845, दिल्ली में 1,250 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए। रिपोर्ट के अनुसार, 2021 में देश भर में ‘‘महिलाओं के खिलाफ अपराध’’ के कुल 4,28,278 मामले दर्ज किए गए, जिनमें अपराध की दर (प्रति एक लाख आबादी पर) 64.5 प्रतिशत थी। ऐसे अपराधों में 77.1 प्रतिशत मामलों में आरोपपत्र दाखिल किए गए।आंकड़ों के अनुसार, देशभर में 2020 में ‘‘महिलाओं के खिलाफ अपराध’’ के 3,71,503 मामले और 2019 में 4,05,326 मामले दर्ज किए गए थे।एनसीआरबी के अनुसार, 2021 में ‘‘महिलाओं के खिलाफ अपराध’’ के सबसे अधिक 56,083 मामले उत्तर प्रदेश में दर्ज किए गए। इसके बाद, राजस्थान में 40,738, महाराष्ट्र में 39,526, पश्चिम बंगाल में 35,884 और ओडिशा में 31,352 मामले दर्ज किए गए।
देश के अपराध दरों में बढ़ोतरी
आंकड़ों के मुताबिक, देश में अपराध दर में 2020 की तुलना में 19 फीसदी से ज्यादा की बढ़ोतरी हुई है। जबकि महिलाओं के खिलाफ अपराध में यह उत्तर प्रदेश के बाद दूसरे स्थान पर है। लेकिन बलात्कार के मामलों में सबसे आगे है।देश में दर्ज कुल 31,677 बलात्कार मामलों में से 6,337 राजस्थान में हुए। जबकि उत्तर प्रदेश में 2,845 मामले दर्ज किए गए। साल 2020 में, राजस्थान में बलात्कार के दर्ज मामले 5,310 थे, जिसमें 2021 में 19.34 प्रतिशत की वृद्धि देखी गई।
गहलोत सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने कहा कि यह शर्मनाक है कि पिछले एक साल में प्रदेश में दुष्कर्म के 6337 मामले दर्ज हुए हैं, जो कांग्रेस सरकार की नाकामी का सबसे बड़ा सबूत है। राज्य में कांग्रेस सरकार के राज में कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। राज्य सरकार को यह याद रखना चाहिए कि राजस्थान को बहनों और बेटियों के सम्मान के लिए पहचाना जाता है।