- पटना में मंगलवार शाम को इंडिगो के स्टेशन मैनेजर की गोली मारकर हत्या
- बदमाशों ने रूपेश सिंह के अपार्टमेंट के बाहर उन्हें गोली मारी, हत्यारे फरार
- पुलिस का कहना है कि जांच के लिए टीम गठित, कोई चश्मदीद नहीं मिला
पटना : इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की सनसनीखेज हत्या ने शहर की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। बदमाश अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं। मंगलवार शाम के वक्त बदमाशों ने जिस तरह से हत्या को वारदात दिया उससे साफ जाहिर है कि उन्होंने इसके लिए तैयारी पहले से की थी। पटना एयरपोर्ट पर इंडिगो के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह (42) की हत्या के पीछे वजह क्या थी इसका जवाब अभी पुलिस के पास भी नहीं है। पुलिस का कहना है कि बदमाशों ने रूपेश के सीने में गोली उस वक्त मारी जब वह अपनी एसयूवी की ड्राइविंग सीट पर बैठे हुए थे। बदमाशों ने उन्हें रिएक्ट करने का मौका नहीं दिया और कार की खिड़की से उनके सीने में छह से सात गोलियां उतार दीं।
दिन की ड्यूटी करने के बाद लौटे थे रूपेश
रूपेश मंगलवार को अपनी दिन की ड्यूटी करने के बाद एयरपोर्ट से लौटे थे। उन्होंने अपनी एसयूवी अपने अपार्टमेंट कुसुम विलास के गेट के पास रोकी थी और वह गेट खुलने का इंतजार कर रहे थे तभी बदमाशों ने उन पर हमला किया। एक पुलिसकर्मी का कहना है कि रूपेश को बहुत नजदीक से गोली नहीं मारी गई। टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक पुलिसकर्मी ने बताया कि ' पुलिस जब रूपेश को गाड़ी से उतार रही थी तो वह कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहे थे। उनकी सीट बेल्ट बंधी हुई थी। गाड़ी से उतारकर उन्हें बेली रोड स्थित अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।'
पॉश इलाके में हुई हत्या
जिस इलाके में रूपेश की हत्या हुई उसके आसपास वीआईपी कॉलोनियां, व्यस्त मार्केट और सरकार के बड़े दफ्तर हैं। पुलिस सूत्रों का कहना है कि घटनास्थल से खाली पड़े छह कारतूस मिले हैं। सूत्र का कहना है कि ऐसा लगता है कि रूपेश की एयरपोर्ट से रवानगी की सूचना किसी ने बदमाशों को दी। हो सकता है कि बदमाश या तो उनका पीछा करते हुए यहां पहुंचे थे या वे पहले से उनका इंतजार कर रहे थे।
हत्या की वजह का पता नहीं
आईजी मध्य क्षेत्र संजय सिंह का कहना है कि हत्याकांड की जांच के लिए एक टीम बनाई गई है। उन्होंने कहा, 'अभी तक कोई चश्मदीद नहीं मिला है। हत्या किसलिए हुई है अभी यह भी स्पष्ट नहीं है।' उन्होंने बताया कि मारा गया व्यक्ति जय प्रकास नारायण इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर इंडिगो एयरलाइन का हेड था। रूपेश के अपार्टमेंट में रहने वाले विकास सिन्हा ने बताया कि विकास अपने परिवार के साथ गोवा ट्रिप पर गए थे और वहां से वह रविवार को लौटे थे। सिन्हा का कहना है कि रूपेश दूसरों की मदद करने वाले थे और उन्होंने धनतेरस के मौके पर एसयूवी खरीदी थी। वह छपरा के जलालपुर के रहने वाले थे।
रूपेश सिंह के दो बच्चे हैं
रूपेश के दूसरे पड़ोसी शुभम कुमार का कहना है कि वे सभी अपने अपार्टमेंट के आगे की सड़क पर क्रिकेट खेला करते थे। सड़क यहां आकर समाप्त हो जाती है। ठंड की वजह से हम लोगों ने मंगलवार को क्रिकेट नहीं खेली। हम लोगों को छह से सात गोली चलने की आवाज सुनाई पड़ी। शुभम ने बताया कि रूपेश के दो बच्चे हैं, बड़ी लड़की चौथी कक्षा में पढ़ती है जबकि लड़के ने अभी स्कूल जाना शुरू किया है। उन्होंने बताया कि अपार्टमेंट का सीसीटीवी कैमरा बंद पड़ा है।