- पटना टेटर मॉड्यूल केस में लगातार हो रहे हैं बड़े खुलासे
- अब SIT के सदस्य को हनी ट्रैप में फंसाने की हुई कोशिश
- कोशिश पाकिस्तान की जासूसी एजेंसी द्वारा की गई थी
Patna Terror Module: पटना टेरर केस में एक के बाद एक बड़े खुलासे हो रहे हैं। पटना के फुलवारी शरीफ में हुई गिरफ्तारी की जांच कर रही SIT के खिलाफ बड़ी साजिश रची गई। फोन और सोशल मीडिया के जरिए यह हनी ट्रैप की कोशिश पाकिस्तान खुफिया एजेंसी द्वारा की गई थी। खबर है कि ISI ने एटीएस के एक जांच अधिकारी को हनी ट्रैप में फंसाने की कोशिश की है। जब इस मामले की जांच की गई तो वह नंबर पाकिस्तान का निकला और ISI के पूरे प्लान का पर्दाफाश हो गया।
व्हाट्सऐप ग्रुप
पुलिस सूत्रों ने यह भी बताया कि फुलवारी शरीफ से गिरफ्तार ताहिर एक वॉट्सऐप ग्रुप से Markhor (मारखोर) नाम से जुड़ा था. यह नेशनल एनिमल ऑफ पाकिस्तान WhatsApp ग्रुप का कवर था। पुलिस सूत्रों ने ये भी बताया कि मरगूब अहमद उर्फ ताहिर अलफलाही नाम से भी वॉट्सऐप ग्रुप से जुड़ा था। इसमें इंडो-नेपाल मदरसे के लोग थे. ताहिर के जरिए 2023 में सीधा जिहाद की मुहिम चल रही थी। खबर के मुताबिक जांच टीम को मरगूब के फोन से आईएसआई के लोगों का नंबर मिला है जिनसे वो बात करता था।
तीस्ता के समर्थन में होना था विरोध
पटना टेरर केस में एक और बड़ा खुलासा हुआ है।इस मामले की जांच कर रही एजेंसी को पता चला है कि। पटना में SDPI प्रदर्शन करने वाली थी। तीस्ता की गिरफ्तारी के विरोध में प्रदर्शन होना था और अतहर परवेज 2 जुलाई को प्रदर्शन करने वाला थाअतहर परवेज इसके साथ ही आरोपी मरगुव ISI से संपर्क में था और मरगुव के फोन से ISI से जुड़े के नंबर मिले हैं।
आपको बता दें कि बिहार की राजधानी पटना में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (पीएफआई) के नेटवर्क का हाल ही में भंडाफोड़ हुआ था। इसके अलावा, पटना पुलिस ने खुलासा किया था कि भारत को 2047 तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने की तैयारी बिहार की राजधानी पटना में की जा रही थी।
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