राजस्थान के चितरी (डूंगरपुर) आस्था पर अंधविश्वास के हावी होने का लोमहर्षक घटनाक्रम सामने आया। डूंगरपुर जिले के चीतरी थानांतर्गत झिंझवा फला गांव में रविवार रात दशा माता व्रत पर्व के दौरान माताजी का भाव आना बताते हुए एक 15 साल की किशोरी ने तलवार लेकर जमकर उत्पात मचाया। वहीं सोई अपनी नौ वर्षीय चचेरी बहन पर तलवार से ताबड़तोड़ वार करते हुए उसकी गर्दन धड़ से अलग कर दी। घटना के बाद से गांव में भय और आक्रोश व्याप्त हो गया। सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची।
जानकारी के अनुसार चीतरी झिंझवा फला में शंकर पुत्र रामजी डेण्डोर के घर पर हरियाली अमावस्या के दिन से दशामाता की प्रतिमा स्थापना कर रोजाना सुबह शाम पूजा अर्चना चल रही है। रात्रि में दशामाता का पर्चा आना बताया जाता है। इसलिए आसपास के सभी लोग दर्शन के लिए पहुंचते हैं। रविवार रात को भी रोज की तरह दशा माता की पूजा आरती का कार्यक्रम रात 8 बजे से शुरू हुआ और देर रात तक चलता रहा।
वो तलवार लेकर घर आंगन में दौडऩे लगी...
इसी दौरान शंकर की 15 साल की पुत्री हाथों में नंगी तलवार लेकर माता का पर्चा आना बताते हुए लोगो से कहने लगी कि मैं सबको मार डालूंगी। यह कहते हुए तलवार लेकर घर आंगन में दौडऩे लगी। शंकर एव उसका बड़ा भाई सुरेश ने किशोरी को पकडऩे की कोशिश की, तो दोनों पर तलवार से वार किया। इससे दोनों को हल्की चोटें आई।
... बच्ची के मृत शरीर पर लगातार वार करती रही
उसके बाद परिवार के लोग इधर-उधर भागने लगे। लेकिन, उसी घर में सुरेश की पुत्री 9 साल की वर्षा घर के अंदर सोई हुई थी। किशोरी उसके पास गई और उसे घसीटते हुए मकान के दूसरे हिस्से में ले जाकर तलवार से ताबड़तोड़ वार कर गर्दन धड़ के दो भाग की इसके बाद भी उसका जुनून नहीं थमा और बच्ची के मृत शरीर पर लगातार वार करती रही।
परिवार के लोगों ने घेरा डाल किशोरी को पकड़ा
घर से भागे परिवारजनों को जब अपने साथ वर्षा के नहीं होने की भनक लगी तब वह भागते हुए घर आए, तब तक वर्षा की मौत हो चुकी थी। परिवार के लोगों ने घेरा डाल किशोरी को पकड़ा इसके बाद उसी घटना क्रम के दौरान शंकर की दुसरी पुत्री को भी भाव आना बताया गया। घटना की खबर पाकर चीतरी थानाधिकारी गोविन्दसिंह मय जाप्ता मौके पर पहुंची। सोमवार सुबह बांसवाड़ा से विधि विज्ञान प्रयोगशाला की टीम भी मौके पर पहुंची। अग्रिम कार्रवाई जारी है।