जयपुर : राजस्थान के दौसा जिले में ऑनर किलिंग का मामला सामने आया है, जहां शादी के पांच दिन बाद प्रेमी के साथ गई लड़की जब घरवालों को मिली तो उन्होंने कथित तौर गला दबाकर उसकी हत्या कर दी। पुलिस ने इस मामले में नौ लोगों को गिरफ्तार किया है, जिनमें लड़की के पिता, उसकी मां और भाभी भी शामिल है। इस मामले में ड्यूटी में लापरवाही बतरने के आरोप में दो थानों के प्रभारियों को लाइन भी हाजिर किया है।
ऑनर किलिंग से जुड़े इस मामले पर राजस्थान राज्य मानवाधिकार आयोग ने भी संज्ञान लिया है और शुक्रवार को पुलिस महानिदेशक, महानिरीक्षक जयपुर रेंज, जयपुर व दौसा पुलिस अधीक्षक को मामले की निष्पक्ष जांच करने और इस संबंध में स्टैटस रिपोर्ट मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश करने को कहा है। 19 साल की लड़की की हत्या के मामले में उसके पिता को शुक्रवार को पुलिस हिरासत में भेज दिया गया, जबकि पीड़िता की मां और भाभी समेत अन्य आठ लोगों को अपहरण के आरोप में न्यायिक हिरासत में जेल भेजा गया है।
घरवालों ने ही ले ली जान
बताया जा रहा है कि लड़की के घरवालों ने 16 फरवरी को उसकी इच्छा के विरुद्ध जाकर उसकी शादी कर दी थी, लेकिन वह तीन दिन बाद ही अपने माता-पिता के घर लौट आई। बाद में 21 फरवरी को अपने अपने प्रेमी के साथ भाग गई। इसके बाद उसके पिता ने पुलिस ने बेटी के अपहरण को लेकर रिपोर्ट दर्ज कराई। लड़की के घरवालों को जब इसका पता चला कि वह अपने प्रेमी के घर है तो वे वहां पहुंचे और उसे जबरन अपने घर ले आए। आरोप है कि बाद में घरवालों ने लड़की की गला दबाकर हत्या कर दी।
इस मामले में पुलिसकर्मियों पर लापरवाही बरतने का आरोप भी है, जिसे देखते हुए जयपुर के पुलिस महानिरीक्षक हवा सिंह घुमरिया ने ड्यूटी में लापरवाही बतरने के आरोप में महिला थाना सहित दौसा के दो थानों के प्रभारियों को लाइन हाजिर किया है। बताया जा रहा है कि युवती और उसके कथित प्रेमी ने अपनी जान का खतरा बताते हुए राजस्थान उच्च न्यायालय में अर्जी देकर पुलिस सुरक्षा की मांग की थी, जिस पर सुनवाई करते हुए अदालत की जयपुर पीठ ने 26 फरवरी को याची को सुरक्षा मुहैया करवाने के निर्देश पुलिस को दिए थे। अदालत में मामले की अगली सुनवाई 9 मार्च होनी थी। लेकिन इस बीच लड़की की हत्या की खबर सामने आई।
वहीं, दौसा के पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार के मुताबिक, दौसा पुलिस को लड़की और उसके कथित प्रेमी को सुरक्षा देने के बारे में किसी प्रकार की सूचना नहीं मिली थी। पीड़िता के पिता (50) ने बेटी की हत्या के तुरंत बाद पुलिस में आत्मसमर्पण कर दिया था और अपना अपराध स्वीकार कर लिया था। पुलिस ने आरोपी पिता के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी।