- पहलवान सागर धनखड़ हत्या मामले में नया बात सामने आई है
- दिल्ली पुलिस यूक्रेन की एक महिला को तलाश कर रही है
- पुलिस का मानना है कि महिला विवाद की मुख्य वजह हो सकती है
दिल्ली : पहलवान सागर धनखड़ हत्या मामले की जांच में दिल्ली पुलिस जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है, वैसे-वैसे नई बातें सामने आ रही हैं। इस मामले की जांच में जुटी पुलिस को लगता है कि सुशील कुमार और सागर के बीच दुश्मनी के पीछे यूक्रेन की एक महिला थी। पुलिस इस महिला का पता लगाने में जुटी है। दरअसल, पुलिस को लगता है कि सुशील और सागर के बीच शत्रुता के बारे में यह महिला बहुत कुछ जानती है। पुलिस इस महिला से पूछताछ कर यह जानना चाहती है कि दोनों पहलवानों एवं उनके गुटों में तकरार क्यों इतनी बढ़ गई। सागर की हत्या मामले में ओलंपियन सुशील कुमार जेल में है।
सुशील के फ्लैट पर आती थी महिला
टीओआई की रिपोर्ट के मुताबिक इस महिला को लेकर रहस्य है। इस महिला के बारे में बताया जाता है कि मॉडल टाउन स्थित अपने फ्लैट में जब सुशील नहीं होता था तब वह महिला वहां अक्सर आया करती थी। इस मामले में जो भी संदिग्ध अथवा शिकायतकर्ता हैं, उन्हें इस महिला के मौजूदा ठिकाने के बारे में कोई जानकारी नहीं है। बताया जाता है कि यह महिला धनखड़ के दोस्तों अमित एवं सोनू महाल की परिचित थी।
महिला के साथ सेल्फी विवाद की वजह
पुलिस सोमवार को महाल से पूछताछ करने वाली ती लेकिन वह पेश नहीं हुआ। 4 मई की हत्या वाली रात सुशील कुमार ने धनकड़ के साथ महाल एवं अमित पर भी हमला किया था। आरोप है कि इस मामले में सुशील के साथ गिरफ्तार अजय कुमार का यूक्रेन की इस महिला पर दिल आ गया था। दोनों गुटों में पहली बार झड़प तब हुई जब अजय ने इस महिला के साथ सेल्फी ली थी। महाल ने फ्लैट पर इस महिला का जन्मदिन की पार्टी दी थी। इस दौरान सुशील के दोस्त अजय ने कथित रूप से लड़की के साथ बदसलूकी की और उसके साथ सेल्फी ली। इस घटना ने महाल को नाराज कर दिया। इसके बाद वह सागर के साथ मिलकर पहले अजय और फिर बाद में सुशील के साथ झगड़ा किया। दोनों गुटों में कहासुनी हुई।
अजय ने सागर के खिलाफ सुशील को उकसाया
समझा जाता है कि अजय ने महाल और धनखड़ के खिलाफ सुशील को उकसाया। अजय चाहता था कि सुशील सेल्फी लेने का बदला महाल और धनखड़ से ले। नीरज बवाना गिरोह के साथ जुड़ चुके सुशील ने इसके बाद महाल और सागर को अपना फ्लैट खाली करने के लिए कहा। फ्लैट खाली करने की बात सामने आने पर दोनों गुटों में विवाद और बढ़ गया। बताया जाता है कि धनखड़ ने छत्रसाल स्टेडियम से 50 से 60 पहलवानों का दाखिला एक दूसरे कोच के यहां करा दिया था। इस कोच को सुशील पहले स्टेडियम से बाहर निकाल चुका था। इस घटना ने सुशील और सागर के बीच जारी लड़ाई को और तीखा कर दिया। बाद में धनखड़ और विजेंदर ने कथित रूप से नांगलोई में अपना एक अखाड़ा शुरू किया और वहां वे पहलवानों को प्रशिक्षण देने लगे। इससे सुशील की नाराजगी और बढ़ गई। वह धनखड़ को सबक सिखाने का मौका ढूंढने लगा।
मारपीट में घायल सागर ने दम तोड़ा
रिपोर्ट के मुताबिक यूक्रेन की लड़की के साथ घटना के बाद दोनों गुटों में शत्रुता और बढ़ गई। सुशील ने सागर के साथ अपना हिसाब बराबर करने के बारे में सोचा। उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर धनखड़, महाल और तीन अन्य को चार-पांच मई की रात अगवा किया और छत्रसाल स्टेडियम लेकर आया। इस दौरान सुशील और अन्य ने उनकी पिटाई की जिसमें धनखड़ की मौत हो गई।