गुरुग्राम का रहने वाले आसिफ खान अब इस दुनिया में नहीं है। रविवार की रात करीब 15 लोगों ने उसे जमकर पीटा जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई। अब आसिफ को क्यों मारा गया इसे पीछे दो तरह की थ्योरी सामने आ रही है। कुछ स्थानीय लोगों का कहना है कि आसिफ से जबरस्ती धार्मिक नारे बोलने का दबाव बनाया जा रहा था। हालांकि आसिफ के परिवार ने इस विषय पर कुछ नहीं कहा है। हरियाणा पुलिस का कहना है कि पहली नजर में ऐसा लग रहा है पेशे से जिम इंसट्रक्टर रहे आसिफ का विवाद था और उसकी वजह से उसे मार दिया गयाय़
15 लोगों के गुट ने हत्याकांड को दिया अंजाम
पुलिस ने कहा कि आसिफ अपने दो चचेरे भाइयों के साथ रविवार रात सोहना से नूंह के लिए निकला था।मोटरबाइकों और कारों पर लगभग 15 लोगों ने आसिफ और उसके दोनों भाइयों का पीछा करना शुरू कर दिया। उन्होंने आसिफ खान की कार को पीछे से मारा और उसे रोकने के लिए मजबूर किया, जिसके बाद उन्होंने खान और उसके चचेरे भाइयों के साथ नूंह में अट्टा गांव के पास एक प्लाईवुड कारखाने के बगल में बंदूकों और लाठी से हमला किया।
पहली नजर में आपसी विवाद
आसिफ पर हुए हमले में घायल उसके चचेरे भाई राशिद और वसीफ भागने में सफल रहे लेकिन संदिग्ध खान को सोहना के बाहरी इलाके में ले गए। उनका शव उस रात बाद में नगली गांव में मिला था। नूंह के पुलिस अधीक्षक (एसपी) नरेंद्र बिजार्निया के हवाले से कहा गया है। दोनों गुटों में अतीत में भी लड़ाई हुई थी और वह मुद्दा था लेकिन रविवार को, संदिग्धों की संख्या अधिक थी और उन्होंने तीन चचेरे भाइयों पर हमला किया और एक को मार डाला।