नयी दिल्ली: सीबीआई ने पिछले 10 साल से बच्चों का कथित रूप से यौन उत्पीड़न करने और उनके वीडियो तथा तस्वीरों को दुनिया में अन्य ऐसे कुत्सित सोच वाले लोगों को बेचने के मामले में उत्तर प्रदेश सिंचाई विभाग के एक कनिष्ठ अभियंता को गिरफ्तार कर लिया है।अधिकारियों ने मंगलवार को बताया कि आरोपी जूनियर इंजीनियर पर चित्रकूट, बांदा और हमीरपुर जिलों में 5 से 16 साल की आयु के करीब 50 बच्चों के साथ कुकृत्य करने का आरोप है।
समझा जाता है कि जूनियर इंजीनियर ने सीबीआई अधिकारियों द्वारा प्रारंभिक पूछताछ में अपनी गतिविधियों का ब्योरा दिया।अधिकारियों के अनुसार माना जा रहा है कि उसने बताया कि वह पिछले 10 साल से चुपचाप हमीरपुर, बांदा और चित्रकूट के आसपास के जिलों में इस काम को अंजाम दे रहा था और 5 से 16 साल की उम्र के बच्चों को अपना शिकार बना रहा था।
अधिकारियों ने बताया कि वह बच्चों को चुप रहने के लिए पैसे और मोबाइल फोन समेत इलेक्ट्रॉनिक उपकरण जैसे उपहार देता था।आरोपी जिस तरह से इस काम को अंजाम दे रहा था, उससे वह जांच एजेंसियों की गिरफ्त से दूर था।
आरोपी पर नजर रखने के बाद उसकी कथित गतिविधियों का हुआ भंडाफोड़
ऑनलाइन बाल यौन उत्पीड़न के मामलों को देख रही नवगठित सीबीआई की विशेष इकाई ने इंटरनेट पर बाल अश्लील सामग्री डालने में लिप्त लोगों पर नजर रखना शुरू किया था और कुछ दिन तक आरोपी पर नजर रखने के बाद उसकी कथित गतिविधियों का भंडाफोड़ कर दिया। सीबीआई की 'ऑनलाइन बाल यौन शोषण और उत्पीड़न रोकथाम/अन्वेषण' (ओसीएसएई) की विशेष इकाई ने एक अभियान में चित्रकूट निवासी कनिष्ठ अभियंता को बांदा से गिरफ्तार किया।
शारीरिक शोषण के अलावा कथित रूप से वीडियो रिकॉर्डिंग भी बनाता था
सीबीआई प्रवक्ता आर के गौर ने कहा, 'इन बच्चों के शारीरिक शोषण के अलावा आरोपी अपने मोबाइल फोन, लैपटॉप और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से उनकी कथित रूप से वीडियो रिकॉर्डिंग भी बनाता था। आरोप हैं कि बच्चों के यौन उत्पीड़न से संबंधित अश्लील सामग्री वाली इन तस्वीरों और वीडियो फिल्मों को इंटरनेट का इस्तेमाल करके प्रसारित किया जाता था।' उसे एक अदालत में पेश किया गया जिसने उसे एक दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया। गौर ने कहा, 'आरोपी के आवास पर तलाशी ली गयी और इसमें आठ लाख रुपये (लगभग) नकदी, मोबाइल फोन, लैपटॉप, वेब कैमरा और पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड समेत अन्य इलेक्ट्रॉनिक स्टोरेज उपकरण और सेक्स टॉय मिले हैं।'अधिकारियों ने बताया कि आरोप है कि कनिष्ठ अभियंता पिछले 10 साल से इस काम को अंजाम दे रहा था और बच्चों से संबंधित अश्लील सामग्री बेच रहा था, प्रसारित कर रहा था और दुनिया में ऐसे कुकृत्यों में शामिल अन्य लोगों के साथ साझा कर रहा था।