मुख्य बातें
- बुल्ली बाई ऐप पर मुस्लिम महिलाओं की ऑनलाइन बोली लगाई गई
- कम से कम 100 प्रभावशाली मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें इस ऐप पर अपलोड की गईं
- कई जगह इसके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई गई
Bulli Bai: गिटहब का 'बुल्ली बाई' ऐप चर्चा का विषय बना हुआ है। दरअसल, इस पर 100 से अधिक मुस्लिम महिलाओं को 'नीलामी' के लिए रखा गया था, जिसमें उनकी तस्वीरों का अवैध रूप से इस्तेमाल किया गया है। 'बुल्ली बाई' पोर्टल 'सुल्ली डील्स' के क्लोन की तरह लगता है, जो होस्टिंग पोर्टल GitHub पर एक वेबपेज भी है। इसमें मुस्लिम महिलाओं की चोरी की गईं तस्वीरें अपलोड करके और उन्हें 'डील ऑफ द डे' के रूप में लेबल करके बड़े पैमाने पर सार्वजनिक किया जाता है।
यहां आप बुल्ली बाई के बारे में सब जान सकते हैं:
- 'बुल्ली बाई' की शुरुआत 1 जनवरी को हुई थी। पोर्टल खुलने पर एक मुस्लिम महिला का चेहरा 'बुल्ली बाई' के रूप में दिखता है।
- जिस महिला का चेहरा इस ऐप को खोलने पर दिखता है, उसे 'बुल्ली बाई' ऑफ द डे के रूप में प्रदर्शित किया जाता है।
- इसके बाद उस महिला खिलाफ के नफरत और गंदी-गंदी बातें लिखी जाती हैं और उनकी बोली लगाई जाती है। इसे फिर ट्रेंड भी कराया जाता है।
- इसके माध्यम से सामाजिक कार्यकर्ताओं और पत्रकारों सहित प्रभावशाली मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाया जा रहा है और उनकी तस्वीरें इस पर अपलोड की गई हैं।
- एक महिला पत्रकार ने इसके खिलाफ दिल्ली पुलिस के साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराई। उसकी तस्वीर के साथ छेड़छाड़ की गई थी और उसे 'बुल्ली बाई' पर अपलोड किया गया था।
- शिवसेना सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने मुंबई पुलिस और केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव को इस पर कार्रवाई करने को कहा।
- दिल्ली और मुंबई में पुलिस अधिकारियों ने अलग-अलग एफआईआर दर्ज की और जांच शुरू की। केंद्रीय आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, भारतीय कंप्यूटर आपातकालीन प्रतिक्रिया टीम (CERT) और पुलिस अधिकारी इस मामले के संबंध में कार्रवाई का समन्वय कर रहे हैं।
- आधिकारिक जानकारी के अनुसार, होस्टिंग प्लेटफॉर्म गिटहब ने पुष्टि की है कि 'बुल्ली बाई' पोर्टल के पीछे उसके उपयोगकर्ता को ब्लॉक कर दिया गया है।
- राष्ट्रीय महिला आयोग (NCW) ने महिला पत्रकार की शिकायत पर संज्ञान लिया और दिल्ली पुलिस को एक पत्र लिखकर इस तरह के अपराधों का दोहराब रोकने के लिए मामले में कार्रवाई में तेजी लाने के लिए कहा है।
- कई नेताओं, महिलाओं और इंटरनेट यूजर्स ने मुस्लिम महिलाओं को 'बुल्ली बाई' पर 'नीलामी' करने के लिए दक्षिणपंथी तत्वों को दोषी ठहराया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने लोगों से महिलाओं के अपमान और सांप्रदायिक घृणा के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की, जबकि पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने जोर देकर कहा कि साइबर स्पेस में मुस्लिम महिलाओं को निशाना बनाने वाले लोगों को सत्ता में रहने वालों का संरक्षण प्राप्त है।
'Bulli Bai' एप पर मुस्लिम महिलाओं की 'बोली' से नाराजगी, हरकत में सरकार, दिल्ली पुलिस ने दर्ज की FIR