- शिक्षक भर्ती घोटाले में पार्थ चटर्जी से पूछताछ कर रहे हैं ईडी के अधिकारी
- पार्थ की करीबी अर्पिता के दो फ्लैट्स से भारी मात्रा में कैश की बरामदगी हुई है
- अर्पिता मुखर्जी का कहना है कि ये केश उसके नहीं बल्कि पार्थ चटर्जी के हैं
Partha Chatterjee : बंगाल शिक्षक भर्ती घोटाले में आरोपी एवं प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की जांच का सामना कर रहे पार्थ चटर्जी के दक्षिण परगना स्थित घर पर चोरी की घटना सामने आई है। चोरी की यह घटना गत बुधवार को सामने आई। घोटाले में पार्थ की संलिप्तता सामने आने के बाद तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) ने पार्थ को मंत्री पद से बर्खास्त करने के साथ-साथ पार्टी के सभी पदों से मुक्त कर दिया है। पार्थ की करीबी अर्पिता मुखर्जी ने पूछताछ में ईडी को बताया है कि उसके दोनों फ्लैट्स से बरामद रकम उसकी नहीं बल्कि पार्थ चटर्जी की है।
लॉक तोड़कर दाखिल हुए चोर
समझा जाता है कि लॉक तोड़कर पार्थ के घर में चोर दाखिल हुए। रिपोर्टों में प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से कहा गया है कि चोर पार्थ के घर से बड़े थैलों में कई सामान ले गए। चोरों को सामान उठाकर ले जाते देख पड़ोसियों ने समझा कि पार्थ के घर पर ईडी का छापा पड़ा है।
पार्थ की करीबी अर्पिता के यहां से कैश की जब्त
शिक्षक भर्ती घोटाले में पार्थ चटर्जी बुरी तरह घिर चुके हैं। ईडी ने बुधवार को अर्पिता मुखर्जी के दूसरे फ्लैट से 28.90 करोड़ रुपए और पांच किलो से ज्यादा स्वर्ण एवं अहम दस्तावेज बरामद किए। इसके पहले एजेंसी को पार्थ की करीबी अर्पिता के यहां से 21.90 करोड़ कैश, 56 लाख की विदेशी मुद्रा और 76 लाख रुपए कीमत के स्वर्ण मिले। जांच एजेंसी को आशंका है कि इतनी बड़ी बरामदगी अन्य घोटालों से जुड़ी हो सकती है।
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टीएमसी के सभी पदों से हटाए गए पार्थ
टीएमसी की अनुशासन कमेटी की गुरुवार को हुई बैठक में पार्थ को टीएमसी के सभी पदों से हटाने का फैसला हुआ। टीएमसी नेता अभिषेक बनर्जी ने कहा कि पार्थ चटर्जी को पार्टी के महासचिव, राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और तीन अन्य पदों से हटा दिया गया है। जांच जारी रहने तक उसे निलंबित कर दिया गया है। दोषी न साबित होने पर वापस आ सकते हैं।