पश्चिम बंगाल के कोलकाता में बांग्लादेश उप उच्चायोग के बाहर पुलिस के एक जवान की गोली लगने से एक महिला बाइक सवार की मौत हो गई। इसके बाद पुलिसकर्मी ने खुद को गोली मार ली। पुलिस के आला अधिकारी मौके पर मौजूद हैं।
अंधाधुंध फायरिंग करने वाले कांस्टेबल ने अचानक ऐसा कर दिया। उसके आसपास कोई स्थिति नहीं थी। धरना स्थल दूर है। स्थानीय लोगों का कहना है कि वह बेतहाशा किसी की तलाश करने लगा और पूछता रहा कि क्या किसी को अंदर बंद कर दिया गया है। तभी अचानक उसने खुदकुशी करने से पहले फायरिंग कर दी।
यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो सका कि किस वजह से पुलिसकर्मी ने गोली चलाई। प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि मिशन के पास पुलिस चौकी पर तैनात पुलिसकर्मी ने कम से कम 10 राउंड फायरिंग की। एक स्थानीय निवासी, जो एक गैरेज चलाता है वो कथित तौर पर घायल हो गया और उसे अस्पताल ले जाया गया। फायरिंग के लोग दुकानों में शरण लेने के लिए इधर-उधर भागे और दुकानदारों ने अपने शटर गिरा दिए क्योंकि इलाके में दहशत फैल गई।
पुलिस का कहना है कि मुख्य रूप से हमारे पास यह जानकारी है कि इसका पार्क सर्कस आंदोलन (नुपुर शर्मा के खिलाफ) से कोई संबंध नहीं है। शायद कांस्टेबल किसी तरह के अवसाद से पीड़ित था, हमें यकीन नहीं है। उचित पुष्टि के बाद हम कुछ कह सकते हैं। कांस्टेबल की मौत हो गई है।