नई दिल्ली: राजस्थान के अलवर जिले में अवैध खनन माफियाओं से मिलीभगत के आरोप में एमआईए थाना प्रभारी वीरेंद्र यादव व दो कांस्टेबल मूलाराम ओर निजामुद्दीन को एसपी अलवर तेजस्वनी गौतम ने निलंबित कर दिया है। रविवार को घेगोली ओर गोलेटा गांव के पहाड़ो में अवैध खनन की शिकायत राजस्थान के पुलिस महानिदेशक को की गई थी। जिसके बाद अलवर एसपी ने आईपीएस विकास सांगवान के नेतृत्व में पुलिस ओर क्यूआरटी की टीम ने कार्रवाई करते हुए अवैध खनन माफियाओं को पकड़ा था।
पुलिस ने 23 ट्रैक्टर ट्रॉली, 1 जेसीबी ओर 1 कम्प्रेशर और बड़ी संख्या में अवैध खनन में काम आने वाले सामान जप्त किया था। इसके बाद पुलिस अधीक्षक तेजस्वनी गौतम ने पुलिस की मिलीभगत के मामले की जांच पड़ताल के निर्देश दिए। डिप्टी एसपी विकास सांगवान ने इस पूरे मामले की जांच पड़ताल की। जांच रिपोर्ट एसपी को दी गई। इसके बाद एसपी ने आज एसएचओ और 2 कांस्टेबलों को निलंबित कर दिया है। एसपी ने मिलीभगत की विस्तृत जांच सीओ राजगढ़ अंजलि जोरवाल को सौपी है।
एसपी ने कहा कि मामले की अभी जांच पड़ताल चल रही है। अगर किसी और की संलिप्तता पाई जाती है तो उनके खिलाफ भी सख्त कदम उठाए जाएंगे। अलवर जिले में खुलेआम अवैध खनन का खेल चल रहा है। अवैध खनन के लिए अलवर पूरे देश में बदनाम है।