नई दिल्ली: महाराष्ट्र के जलगांव से हैरान और परेशान कर देने वाली घटना सामने आई है। दरअसल, यहां कुछ पुलिसकर्मियों के साथ कुछ अन्य लोगों ने कथित तौर पर कुछ लड़कियों को एक सरकारी-संचालित छात्रावास में बिना कपड़ों के नृत्य करने के लिए मजबूर किया। यह घटना जलगांव शहर में आशादीप महिला छात्रावास में हुई है।
यह मुद्दा उस समय सामने आया जब भाजपा विधायक श्वेता महाले ने इस मुद्दे को विधानसभा में उठाया। जलगांव के एक स्थानीय एनजीओ ने मंगलवार को इस घटना के बारे में जिला कलेक्टर को शिकायत की थी।
सदन में उठा मामला
श्वेता महाले ने कहा, 'इस घटना ने राज्य को शर्मसार किया है क्योंकि पुलिस भी ऐसे कामों में शामिल है। महिलाओं को सुरक्षा प्रदान करने के लिए जिम्मेदार लोग खुद शिकारियों में बदल रहे हैं। ऐसी और भी महिलाएं हो सकती हैं, जो शिकार हो सकती हैं। हम इसमें कड़ी कार्रवाई की मांग करते हैं।'
जांच के आदेश
गृह मंत्री अनिल देशमुख ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। महाले द्वारा उठाए गए मुद्दे पर जवाब देते हुए देशमुख ने कहा कि इस घटना की जांच करने और दो दिनों में एक रिपोर्ट पेश करने के लिए एक 4-सदस्यीय समिति बनाएंगे। छात्रावास महिला एवं बाल कल्याण विभाग द्वारा संचालित किया जाता है। महिला और बाल कल्याण विभाग गणेश कॉलोनी में छात्रावास में निराश्रित, उत्पीड़ित महिलाओं और लड़कियों को आश्रय और भोजन प्रदान करता है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए महाराष्ट्र महिला एवं बाल कल्याण मंत्री यशोमति ठाकुर ने कहा, 'मैंने वीडियो नहीं देखा है। यदि आपके पास इसकी प्रति है, तो कृपया मुझे देखने दें। लेकिन मैं आपको विश्वास दिलाती हूं कि किसी को भी नहीं बख्शा जाएगा, सख्त कार्रवाई की जाएगी। गृह मंत्री ने जांच का आदेश दिया है और मैं व्यक्तिगत रूप से इस पर भी गौर कर रही हूं।'