- जहांगीरपुरी हिंसा मामले में मस्जिद के इमाम का बड़ा बयान
- अंसार को फोन करके मैंने नहीं बुलाया था: इमाम
- अंसार गरीब लोगों की मदद करता था- इमाम
Jahangirpuri Hinsa: जहांगीरपुरी में हुई हिंसा को लेकर अब उस मस्जिद के इमाम ने भी बयान दिया है जहां से पत्थरबाजी हुई। इमाम सलाउद्दीन ने कहा कि रोज इफ्तार का समय था औऱ पहले उधर से पत्थरबाजी की गई। अंसार को फोन करने के आरोपों पर सफाई देते हुए इमान ने कहा, 'फोन करके अंसार को बिल्कुल नहीं बुलाया गया। मोहल्ले का लड़का है। यहां रहता है, गरीबों की देखभाल, उनकी मदद करना उसका काम है। कल भी यात्रा में बच्चों को समझा रहा था कि बेटे ये तलवारें यहां पर मत लहराओ, तुम्हार पढ़ने का वक्त ये काम मत करो।'
हमने नहीं की हिंसा
मौलाना ने कहा कि हमने कोई हिंसा नहीं की थी बल्कि हमारे यहां पर भीड़ आई थी और उसने पत्थर मारे हैं। हमारी तरफ पत्थर उछाले गए तो हमने भी जवाब में पत्थर मारे हैं। लेकिन पुलिस की रिपोर्ट में कहा गया है कि मस्जिद से ही अंसार को फोन गया था और इमाम या कुछ अन्य लोगों ने उसे बुलाया था। अंसार लगातार पुलिस कस्टडी में अंसार कई खुलासे कर रहा है और उसकी कॉल डिटेल्स में भी अहम खुलासे हो रहे हैं।
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टाइम्स नाउ को मिली ये जानकारी
लेकिन इस बीच दिल्ली के जहांगीरपुरी में हुई हिंसा को लेकर TIMES NOW नवभारत ने EXCLUSIVE खुलासा किया है। जिस मस्जिद के सामने से हिंसा शुरू हुई। उसके इमाम ने अंसार को फोन कर बुलाया था। अंसार इमाम से मिला इसके बाद मस्जिद के सामने से निकल रही शोभायात्रा में शामिल कुछ लोगों से अंसार ने बहस की ये बहस हिंसा में तब्दील हो गई। इस बीच मस्जिद का एक और वीडियो सामने आया है। वीडियो में कुछ लोग मस्जिद की छत पर नजर आ रहे हैं। मस्जिद की छत से पत्थरबाजी का दावा है। मस्जिद की पार्किंग से वीडियो बना है।