- वैध पीयूसी प्रमाणपत्र के बगैर सड़कों पर दौड़ रहे 17. 34 लाख वाहन
- इन वाहनों का 10 हजार चलान काटने से लेकर तीन माह सजा तक का प्रावधान
- दिल्ली में सभी पेट्रोल पंपों सहित 973 स्थानों पर बनाया जा रहा पीयूसी प्रमाणपत्र
Delhi News: राजधानी के उन लाखों वाहन चालकों पर बड़ी मुसीबत आने वाली है, जो सड़कों पर बिना पीयूसी प्रमाणपत्र के अपने वाहन को दौड़ रहे हैं। दिल्ली परिवहन विभाग द्वारा जारी किए गए आंकड़ों के अनुसार शुक्रवार तक कुल 17 लाख 34 हजार वाहनों की पीयूसी प्रमाणपत्र की समय सीमा खत्म हो गई। इसमें 14.65 लाख दोपहिया वाहन और बाकि के चार पहिया वाहन हैं। इन वाहनों के प्रदूषण से दिल्ली की आबोहवा को बचाने के लिए परिवहन विभाग ने सख्त कार्रवाई का फैसला किया है। इस संबंध में आयोजित बैठक में अधिकारियों को व्यापक स्तर पर अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है।
इस अभियान को चलाने के लिए विभाग द्वारा जोन के हिसाब से टीमों का गठन भी किया गया है। परिवहन विभाग के अधिकारियों ने बताया कि जो वाहन मालिक बगैर वैध पीयूसी प्रमाणपत्र के सड़क पर मिला उसका 10 हजार रुपये का चालान काटा जाएंगा। वहीं अगर वही व्यक्ति दोबारा से वैध पीयूसी के पकड़ा गया तो उसपर 10 हजार का जुर्माना के साथ केस भी दायर किया जाएगा। जिसमें तीन माह सजा का प्रावधान है। साथ ही छह माह तक के लिए ड्राइविंग लाइसेंस को निरस्त कर दिया जाएगा।
परिवहन विभाग घर पर भेजेगा नोटिस और चालान
परिवहन अधिकारियों ने बताया कि कार्रवाई के साथ हम कई और तरीकों पर भी कार्य कर रहे हैं। इस समय ऐसा सिस्टम डेवलप किया जा रहा है, जिसमें पीयूसी की मियाद खत्म होने पर वाहन मालिक के घर पर नोटिस पहुंच जाएगा। यह सिस्टम माह के अंत तक शुरू हो जाएगी। इसके बाद भी अगर वाहन मालिक ने पीयूसी नहीं बनवाया तो उसके घर पर ही 10 हजार रुपये का चालान भेज दिया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि वाहनों के पीयूसी प्रमाणपत्र की जांच और कार्रवाई के लिए पेट्रोल पंपों पर टीमें तैनात कर दी गई हैं। अब सिर्फ उन्हीं वाहन चालकों को पेट्रोल व डीजल मिलेगा, जिनके पास वैध पीयूसी प्रमाणपत्र होगा। अधिकारियों ने बताया कि इस समय राजधानी के सभी पेट्रोल पंपों सहित 973 स्थानों पर पीयूसी प्रमाणपत्र बनाया जा रहा है।