- दिल्ली सरकार शुरू करेगी साप्ताहिक कार्य योजना
- सड़कों को सुधार कर चमकाने का फैसला किया
- संबंधित विभाग को सड़कों की साप्ताहिक कार्य योजना में शामिल किया
Delhi News: दिल्ली की आज भी ऐसी कई सड़कें हैं जिनका हाल काफी खस्ता है। हालांकि सरकार अपने स्तर पर इन सड़कों के निर्माण कार्य के लिए हमेशा से खास योजना चलाती रही है। अब सड़कों की हालत पहले से बेहतर करने के लिए दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने अनूठा कदम उठाया है। सरकार ने साप्ताहिक कार्य योजना के जरिए राजधानी की सड़कों को सुधार कर चमकाने का फैसला किया है। इसके लिए दिल्ली सरकार ने एमसीडी (नगर निगम) और पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) सहित अन्य संबंधित विभाग को सड़कों की साप्ताहिक कार्य योजना में शामिल किया है।
सरकार ने इन सभी विभागों को अपने यहां से गुजरने वाली सड़कों को सुधारे का काम सौंपा है। केजरीवाल सरकार ने सड़कों के सुधार के लिए 'एक सप्ताह, एक जोन, एक सड़क' योजना के तहत विभागों को काम करने के लिए निर्देश दिए हैं। इस साप्ताहिक कार्य योजना के जरिए खराब और क्षतिग्रस्त सड़कों की हर हफ्ते मरम्मत की जाएगी।
फुटपाथ और सेंट्रल वर्ज के सुधार का काम
इतना ही नहीं सड़कों की साफ-सफाई कर उसका सौंदर्यीकरण किए जाने की जिम्मेदारी भी विभागों की होगी। इस पहल को लेकर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि इस योजना से सभी विभाग अपने जोन की सड़कों को सुधारने में कामयाब हो सकेंगे। दिल्ली सरकार के मुताबिक इस साप्ताहिक कार्य योजना के तहत उन सड़कों को प्राथमिकता दी जाएगी, जिनकी हालत काफी खराब है। इस दौरान फुटपाथ और सेंट्रल वर्ज के सुधार का काम किया जाएगा।
सार्वजनिक शौचालय, वाटर एटीएम भी बनेंगे
साप्ताहिक कार्य योजना के जरिए स्ट्रीट लाइट, रोड रिफ्लेक्टर, स्ट्रीट फर्नीचर के साथ सार्वजनिक शौचालय, वाटर एटीएम भी बनेंगे। सड़क के दोनों ओर पेड़-पौधे भी लगाए जाएंगे, ताकि प्रदूषण पर काबू पाया जा सके। आपको बता दें कि पीडब्ल्यूडी राजधानी दिल्ली में करीब 60 फीट से चौड़ी सड़कों का रखरखाव करता है। वहीं संकरी सड़कों के रखरखाव और निर्माण की जिम्मेदारी एमसीडी के पास है। एमसीडी के पास दिल्ली की सबसे ज्यादा 12703 किमी लंबी सड़कों की जिम्मेदारी है, जबकि पीडब्ल्यूडी के पास करीब 1350 किमी सड़कें हैं। इनके अलावा एनडीएमसी, डीडीए, एनएचएआई और दिल्ली कैंटोनमेंट बोर्ड के पास भी सड़कों को बनाने और रखरखाव करने की जिम्मेदारी है।