- वित्त समिति की बैठक के दौरान मनीष सिसोदिया ने की घोषणा
- 1400 किलोमीटर सड़क के दोनों तरफ लगेंगे 28 हजार सीसीटीवी
- इंटीग्रेटेड कंट्रोल सेंटर से पीडब्ल्यूडी व पुलिस के जवान करेंगे निगरानी
Delhi News: राजधानी दिल्ली की सुरक्षा व्यवस्था अब बेहद मजबूत होगी। राजधानी की सड़कों का हर कोना अब पुलिस-प्रशासन की निगरानी में होगा। इस योजना को दिल्ली सरकार लेकर आई है। उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने सीसीटीवी कैमरे लगाने की जिम्मेदारी लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को सौंपी है। पीडब्ल्यूडी राजधानी के अंदर मौजूद अपनी 1400 किलोमीटर सड़कों पर दोनों तरफ हर 100 मीटर की दूरी पर सीसीटीवी कैमरा लगाएगा। योजना के तहत पूरे दिल्ली में सड़कों पर करीब 28 हजार सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे।
दिल्ली सरकार की वित्त समिति की बैठक करते हुए मनीष सिसोदिया ने इस योजना की घोषणा करते हुए कहा कि पीडब्ल्यूडी की सड़कों को सीसीटीवी कैमरों से लैस करने के कई फायदे होंगे। इससे जहां पूरी दिल्ली की सुरक्षा की दृष्टि से निगरानी हो सकेगी, वहीं पीडब्ल्यूडी को भी सड़कों के नियमित रखरखाव में मदद मिलेगी। इन भी कैमरों से निगरानी के लिए एक इंटीग्रेटेड कंट्रोल सेंटर स्थापित किया जाएगा। जहां पर सड़कों पर लगाए जाने वाले इन सभी कैमरों की फीड मिलेगा। इस कंट्रोल रूम में पीडब्ल्यूडी के अलावा दिल्ली पुलिस व ट्रैफिक पुलिस के जवान भी बैठेंगे। जिससे हर तरीके से इन कैमरों का इस्तेमाल किया जा सके।
सितंबर माह से लगने लगेंगे कैमरे
इस समीक्षा बैठक में अधिकारियों ने उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया को बताया कि, सीसीटीवी कैमरा लगाने के परियोजना का पहला और दूसरा चरण पूरा हो चुका है। अब तक राजधानी के अंदर 35,000 कैमरा लगाए जा चुके हैं। अब सड़कों को सीसीटीवी कैमरों से लैश किया जाएगा। उपमुख्यमंत्री ने अधिकारियों से कहा कि, वे 28000 कैमरे लगाने की योजना का एस्टीमेट तैयार कर जल्द ही भेंजें। जिससे इस योजना पर कार्य किया जा सके। कैमरे लगाने का ये कार्य सितंबर माह से शुरू होने की उम्मीद है। इस बैठक में उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने यमुना विहार व भजनपुरा के बीच बन रहे डबल-डेकर फ्लाईओवर, वाई-फाई सहित 500 स्थानों पर लगने वाले 115 फीट ऊंचे तिरंगे संबंधित कार्यों की भी समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों को सभी कार्य समय पर पूरा करने का निर्देश दिया।