- 50 हजार रुपए से 50 लाख की कंपनी बनाई
- इस समय 300 से ज्यादा कंपनियां उसकी क्लाइंट हैं
- वसुंधरा एंक्लेव के सरकारी स्कूल से की है पढ़ाई
नई दिल्ली: कहते हैं कि प्रतिभा किसी भी सुविधाओं की मोहताज नहीं होती है इसे साबित कर दिखाया है दिल्ली के एक सरकारी स्कूल से पढ़ी एक छात्रा (Delhi's Government School Student) काजल ने जिसने दिल्ली के वसुंधरा एंक्लेव के राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय से काजल ने 12वीं की पढ़ाई की है।
कॉमर्स से 2017 में 12वीं पास करने के बाद डिप्लोमा कर काजल ने अपनी कंपनी खड़ी की है। कंपनी खड़ी करने से पहले कुछ दिन तक दूसरी जगह पर नौकरी भी की, इसके बाद अपनी कंपनी खोली।
50 हजार रुपए से 50 लाख की कंपनी बनाईं
काजल ने कंपनी खोलते वक्त 50 हजार रुपए का इन्वेस्टमेंट किया। अब कंपनी का सालाना टर्न ओवर 50 लाख के करीब पहुंच गया है। काजल की कंपनी देश भर में 300 कंपनियों को सेवाएं देती है। उनके स्टार्टअप का काम दूसरी कंपनियों को अकाउंटिंग से जुड़ी सर्विस देना है।
केजरीवाल सरकार ने शुरू किया उद्यमिता मानसिकता पाठ्यक्रम
केजरीवाल सरकार ने दिल्ली में उद्यमिता मानसिकता पाठ्यक्रम शुरू किया है। इसके जरिए सरकार का उद्देश्य है कि विद्यार्थियों को नौकरी खोजने वाला बनाने की बजाय, नौकरी देने वाला बनाया जाए। छात्र पढ़ाई पूरी करने के बाद खुद का व्यवसाय शुरू कर सकें। इससे देश में रोजगार के अवसर बढ़ेंगे। केजरीवाल सरकार का मानना है कि उद्यमिता मानसिकता पाठ्यक्रम (EMC) देश की अर्थव्यवस्था की नींव बनेगा।