- दिल्ली के कनॉट प्लेस में लगा देश का पहला स्मॉग टावर, सीएम केजरीवाल ने किया उद्घाटन
- 24 मीटर ऊंचा यह स्मॉग टावर अपने एक किलोमीटर के दायरे की हवा को साफ करेगा
- दो साल तक इस टावर की गुणवत्ता का अध्ययन किया जाएगा, फिर इसके लगाए जाने पर फैसला होगा
नई दिल्ली : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को कनॉट प्लेस में राजधानी के पहले स्मॉग टावर का उद्घाटन किया। इस टावर से दिल्ली में प्रदूषण की मात्रा कम करने में मदद मिलेगी। यह देश का पहला स्मॉग टावर है जो प्रदूषित हवा को अपनी तरफ खींचकर साफ हवा छोड़ेगा। 24 मीटर की ऊंचाई है। यह टावर एक किलोमीटर के दायरे को प्रदूषित हवा को अपनी तरफ खींचकर फिर उसे शुद्ध करेगा। इसे अभी पायलट प्रोजेक्ट के रूप में लगाया गया है। अगले दो साल तक इसकी गुणवत्ता को परखा जाएगा। रिपोर्ट सकारात्मक मिलने पर दिल्ली सरकार राजधानी के अन्य इलाकों में इस टावर लगाएगी। आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी दिल्ली की टीम इस टावर की गुणवत्ता का अध्ययन करेंगी।
एक किलोमीटर की हवा साफ करेगा यह टावर
प्रदूषित हवा को साफ करने के लिए इस टावर में 'एटाप्टिव क्लीन एयर सिस्टम (एसीएएन)' तकनीक का इस्तेमाल किया गया है। यह तकनीक यूनिवर्सिटी ऑफ मिनेसोटा यूएसए की है जिसे आईआईटी मुंबई ने अध्ययन के बाद लगाने का सुझाव दिल्ली सरकार को दिया। उद्दघाटन के दौरान सीएम केजरीवाल ने कहा कि यह दिल्ली में एक बहुत बड़ी घटना होने जा रही है। प्रदूषण से लड़ने के लिए दिल्ली में पहला स्मॉग टावर लगाया गया है। ये आसपास के एक किलोमीटर की हवा साफ करेगा। इसकी क्षमता 1 सेकेंड में 1000 क्यूबिक मीटर हवा को साफ करने की है।
अक्टूबर तक चालू हो सकता है आनंद विहार में बना स्मॉग टावर
स्मॉग टावर के परिचालन पर नजर रखने के लिए एक कंट्रोल रूम बनाया गया है। इस पायलट प्रोजेक्ट के लिए दिल्ली सरकार ने गत अक्टूबर में हरी झंडी दी थी लेकिन कोरोना संकट के चलते इसमें देरी हुई। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अधिकारियों का कहना है कि केंद्र सरकार की ओर से आनंद विहार में बनाया गया एक अन्य 25 मीटर लंबा स्मॉग टावर के 31 दिसंबर तक शुरू हो जाने की उम्मीद है।