कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने ओमिक्रॉन और कोविड-19 के हर दिन बढ़ रहे मामलो को बेहद चिंताजनक बताया पर साथ ही ये भी कहा कि किसी भी परिस्थिति में दिल्ली के बाजारों को ऑड-ईवन की तर्ज पर खोलना केजरीवाल सरकार का बेहद बेतुका कदम साबित होगा। इससे ओमिक्रॉन या कोविड के बढ़ते मामलों में कोई कमी नहीं आएगी उल्टा व्यापारियों के साथ-साथ ग्राहकों को भी भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा।
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खण्डेलवाल ने कहा कि देश के 8 करोड़ व्यापारी ओमिकॉर्न और कोविड के खिलाफ जंग में केंद्र और राज्य सरकारों के साथ हर कदम पर खड़े हैं। दिल्ली मेट्रो, रेस्तरां, और बार 50% क्षमता पर संचालित होंगे। सिनेमा हॉल, स्पा, जिम, मल्टीप्लेक्स, बैंक्वेट हॉल, ऑडिटोरियम और स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स तत्काल प्रभाव से बंद किए जाएंगे। यह सभी कदम व्यापार के लिए बेहद विपरीत होंगे। इन प्रतिबंधों के साथ-साथ ये बेहद आवश्यक है कि दिल्ली सरकार सम्पूर्ण लॉक डाउन या ओड इवन प्रणाली पर बाजारों को संचालित करने की बजाए, अनिवार्य रूप से कोविड सुरक्षा प्रोटोकॉल अपनाने के लिए लोगों को प्रोत्साहित और प्रेरित करने के लिए तरीके और उपाय निकाले।
खंडेलवाल ने आगे कहा कि व्यापार संघों को विश्वास में लेकर कोई भी कदम उठाना बेहतर होगा और सरकारी मशीनरी के समर्थन से, व्यापार संघों को कोविड प्रोटोकॉल को अपनाते हुए एक व्यवस्थित तरीके से ग्राहको की जांच करने के लिए सहयोग करने और उपायों को तैयार करने की जिम्मेदारी सौपी जा सकती है। दुकानदारों को पहले ही कैट द्वारा ग्राहकों के साथ व्यवहार करते समय नो मास्क- नो सेल नीति अपनाने की सलाह दी जा चुकी है। और कैट की सलाह के अनुसार, दुकानदार स्वयं और अपने कर्मचारियों द्वारा अनिवार्य मास्क का उपयोग कर रहे हैं।
खंडेलवाल ने कहा की ओड इवन प्रणाली व्यर्थ है क्योंकि जब भी ग्राहक बाजारों में जाते हैं, तो वे व्यापक तरीके से खरीदारी करना पसन्द करते हैं। ऑड ईवन फॉर्मूला उपभोक्ताओं की पसंद और खरीदारी को प्रतिबंधित करेगा और उपभोक्ता भावनाओं पर नकारात्मक प्रभाव डालेगा। चूंकि, दुकानें लोगों का एकमात्र तत्काल संपर्क बिंदु हैं और उनके माध्यम से व्यापक जागरूकता अभियान चलाया जा सकता है इसलिए उनको ऑड इवन तरीके से खोलने की बजाए एक मजबूत रणनीति बना कर उन्हें सशक्त बना सकते है। कैट ने सरकार को ऐसे महत्वपूर्ण समय में समर्थन देने का पूर्ण आश्वासन दिया है और साथ ही दिल्ली के बाजारों में ओड इवन प्रणाली को लागू न करने का अनुरोध किया है।