- दिल्ली के झुग्गी झोपड़ियों में आरओ प्लांट लगाने की मंजूरी
- ये आरओ प्लांट 24 घंटे रहेंगे संचालित, होगी 50 हजार लीटर क्षमता
- आरएफआईडी कार्ड को पंच कर ले सकेंगे आरओ से पानी
Delhi Water Crisis: दिल्ली की झुग्गी झोपड़ियों में पेयजल समस्या जल्द खत्म होगी। दिल्ली की आप सरकार राजधानी की अगल-अलग झुग्गी झोपड़ियों में आरओ प्लांट लगाने जा रही है, इसकी मंजूरी जल मंत्री सत्येंद्र जैन ने जल बोर्ड अधिकारियों की एक बैठक में दी। इस बैठक में यमुना सफाई के लिए सीवरेज प्रबंधन व पेयजल आपूर्ति से जुड़ी कई परियोजनाओं को मंजूरी दी गई है। दिल्ली सरकार आरओ प्लांट लगाने के पहले चरण में 30 आरओ प्लांट लगाएगी। यह सभी प्लांट 24 घंटे संचालित रहेंगे।
यहां के निवासियों को इन आरओ प्लांट्स से पानी भरने के लिए रेडियो फ्रिक्वेंसी आइडेंटिफिकेशन कार्ड यूज करना पड़ेगा। इन आरएफआईडी कार्ड को जल बोर्ड आरओ प्लांट लगाते समय ही वहां के लोगों को जारी करेगा। ये आरओ प्लांट प्रतिदिन 50 हजार लीटर पानी आपूर्ति करने में सक्षम होंगे। पानी की मांग ज्यादा बढ़ने पर अधिकतम 65 हजार लीटर पानी उपलब्ध कराया जा सकेगा।
एक बार में भर सकेंगे 10 लीटर व 20 लीटर पानी
इन आरओ प्लांट के लगने के बाद यहां के लोगों को वॉटर टैंकरों से पानी लेने के लिए प्रतिदिन घंटों लंबी लाइन नहीं लगानी पड़ेगी। जल बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, आरओ प्लांट लगाते समय ही लोगों को आरएफआईडी कार्ड दिए जाएंगे। प्रति परिवार को एक कार्ड दिया जाएगा। इन आरएफआईडी कार्ड को पंच करके लोग 10 लीटर या 20 लीटर पानी भर सकेंगे। हालांकि जल बोर्ड ने अभी तक यह नहीं बताया है कि, इन आरओ प्लांट से इस कार्ड का यूज कर 24 घंटे में कितना पानी लिया जा सकता है।
ओखला जल शोधन संयंत्र फिर होगा शुरू
दिल्ली सरकार राजधानी में पानी की समस्या को देखते हुए ओखला में बंद पड़े पुराने जल शोधन संयंत्र को एक बार फिर से शुरू करने जा रही है। इसका दोबारा से नवीनीकरण किया जाएगा। जिसके बाद इस संयंत्र की क्षमता बढ़ जाएगी और पानी में अमोनिया की मात्रा 10 पीपीएम होने पर भी उसे शोधित किया जा सकेगा। परंपरागत जल शोधन संयंत्रों से पानी में 0.5 पीपीएम तक अमोनिया होने पर उसका शोधन हो पाता है। संयंत्र शुरू होने पर यहां से प्रतिदिन छह एमजीडी पानी आपूर्ति हो सकेगी। इससे अमोनिया के कारण पेयजल आपूर्ति प्रभावित होने की समस्या कम होगी।