नई दिल्ली : एक कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों ने मंगलवार को 'भारत बंद' बुलाया है। किसान संगठनों का दावा है कि उनके इस समर्थन का अन्य राज्यों के किसानों ने समर्थन किया है। किसान संगठनों को उम्मीद है कि उनका यह बंद सफल होगा। चूंकि, पंजाब एवं हरियाणा के किसान पिछले 13 दिनों से दिल्ली बॉर्डर पर डटे हैं। इसलिए समझा जाता है कि इस बंद का सबसे ज्यादा असर दिल्ली एवं राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (एनसीआर) में देखने को मिलेगा। आज के बंद को देखते हुए दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा के कड़े प्रबंध किए हैं। हरियाणा और यूपी से लगे कुछ बॉर्डर पूरी तरह से बंद हैं तो कुछ प्रतिबंधों के साथ खोला गया है। दिल्ली में आज सभी मंडियां बंद रहेंगी। दिल्ली यातायात पुलिस ने 'भारत बंद' के लिए अलग से परामर्श जारी किया है। 'भारत बंद' के दिन आप यदि घर से निकल रहे हैं तो ये बातें जानना आपके हित में हो सकता है-
- दिल्ली में मेट्रो, डीटीसी और क्लस्टर बसें रोजाना की तरह चलेंगी।
- 'भारत बंद' का समर्थन करने वाले ऑटो रिक्शा संघ के ऑटो एवं एप आधारित कैब सेवा पकड़ने में दिक्कत हो सकती है।
- दिल्ली में करीब 95 हजार ऑटो रिक्शा हैं जबकि 2.5 लाख कैब्स दिल्ली-एनसीआर में चलती हैं। डीटीसी एवं क्लस्टर बस के बेड़े में 6,601 बसें हैं।
- 'भारत बंद' को लेकर ओला एवं उबेर ने आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा है लेकिन उम्मीद है कि आज उनकी सेवाओं में कमी रहेगी।
- एयरपोर्ट पर काली पीली टैक्सी उपलब्ध रहेगी।
- 'भारत बंद' को देखते हुए दिल्ली मेट्रो के समय-सारिणी में कोई बदलाव नहीं किया गया है।
- दिल्ली मेट्रो अपने रोजाना के कार्यक्रम के हिसाब से चलेगी।
- हालांकि, दिल्ली पुलिस के सुझाव पर ट्रेन के कार्यक्रम में बदलाव किया जा सकता है।
- कारोबारियों का एक समूह भी किसानों की मांग का समर्थन कर रहा है, जिसके कारण बड़ी सब्जी एवं फल मंडियों में काम बाधित होने की आशंका है।
- हालांकि कई अन्य ऑटो और टैक्सी संघों ने किसानों की मांगों का समर्थन करने के बावजूद सामान्य सेवाएं जारी रखने का फैसला किया है।
- व्यापारियों के संगठन कनफेडेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने कहा कि ‘भारत बंद’ के दौरान दिल्ली और देश के अन्य हिस्सों में बाजार खुले रहेंगे।
- ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टस वेलफेयर एसोसिएशन (एआईटीडब्ल्यू) भी घोषणा की है कि ‘भारत बंद’ के दौरान परिवहन या ट्रांसपोर्ट क्षेत्र का परिचालन भी सामान्य रहेगा।
- कैट और एआईटीडब्ल्यूए ने सोमवार को संयुक्त बयान में कहा कि किसी भी किसान नेता या संगठन ने उनसे इस मुद्दे पर समर्थन नहीं मांगा है। ऐसे में व्यापारी और ट्रांसपोर्टर ‘भारत बंद’ में शामिल नहीं होंगे।
- दिल्ली पुलिस ने प्रस्तावित भारत बंद के दौरान सड़कों पर सुचारू यातायात सुनिश्चित करने के लिए पर्याप्त प्रबंध किए हैं। इस संबंध में एक यातायात परामर्श भी जारी किया गया है।