नई दिल्ली : जेएनयू हिंसा पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। हर रोज इस पर कोई ना कोई विवाद सामने आते रहते हैं। बीते दिनों जवाहरलाल नेहरू यूनिवर्सिटी (जेएनयू) कैंपस में बॉलीवुड अभिनेत्री दीपिका पादुकोण आई थी और उन्होंने कैंपस में प्रदर्शन कर छात्रों को अपना मौन समर्थन दिया था। अब इस पर जमकर सियासत हो रही है। लगातार बीजेपी के नेतागण दीपिका के कैंपस दौरे की आलोचना कर रहे हैं।
इसी क्रम में मध्य प्रदेश के हरदा के बीजेपी नेता गोपाल भार्गव ने भी अपना बयान दिया है। उन्होंने कहा कि हिरोईन को तो अपना डांस करना चाहिए मुंबई में बैठ के। जेएनयू में क्यों जाना था उसको, मेरे समझ में नहीं आ रहा। इस प्रकार के दर्जनों लोग हो गए हैं जो एक्टिविस्ट और आर्टिस्ट कहलाते हैं।
बता दें कि इसके पहले भी केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता प्रकाश जावड़ेकर ने भी कहा कि यह एक लोकतांत्रिक देश है, कोई भी, कोई भी कलाकार कहीं भी जाकर अपने विचार रख सकता है। न केवल कलाकार, बल्कि एक आम आदमी भी अपनी राय व्यक्त करने के लिए कहीं भी जा सकता है और इस पर कोई आपत्ति नहीं हो सकती है।
इसके अलावा रमेश बिधूड़ी ने कहा कि देश के खिलाफ खड़े होने वाले लोगों के साथ दिखने की बजाय बॉलीवुड सितारों से फिल्मों के जरिए देश में युवाओं को सकारात्मक संदेश देने की अपेक्षा होती है।
गौरतलब है कि दीपिका पादुकोण जेएनयू पहुंचीं तो वहां उन्होंने JUNSU अध्यक्ष आइसी घोष से मुलाकात की, जिन्हें नकाबपोशों के द्वारा हमले के दौरान काफी चोटें आईं। दीपिका के सामने JNUSU के पूर्व अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने नारे लगाए। यहां दीपिका पादुकोण ने छात्रों के प्रदर्शन के दौरान उनके साथ खड़े होकर उनका मौन समर्थन किया।
दीपिका के जेएनयू कैंपस दौरे के बाद सोशल मीडिया पर उनकी फिल्म छपाक का विरोध होने लगा और बायकॉटछपाक ट्रेंड करने लगा। हालांकि इसके उलट कई लोगों ने दीपिका और उनकी फिल्म के समर्थन में भी हैशटैग चलाया। वहीं बॉलीवुड से भी कई सेलेब्रिटियों ने दीपिका के जेएनयू कैंपस दौरे का समर्थन किया और उनकी प्रशंसा की।