- सीएम अरविंद केजरीवाल ने एलजी अनिल बैजल से छठ पूजा के लिए इजाजत देने की मांग की
- सार्वजनिक तौर पर छठ पूजा पर दिल्ली सरकार ने लगाई थी पाबंदी
- आप सरकार के फैसले का बीजेपी कर रही थी विरोध
दिल्ली में सार्वजनिक छठ पूजा मनाने को लेकर रास्ता लगभग साफ हो गया है. दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने उपराज्यपाल को एक पत्र लिखकर इसकी अनुमति दिए जाने की मांग की. इससे ये तय हो गया है कि जल्द ही घाटों पर छठ पूजा के लिए गाइडलाइन जारी कर दी जाएंगी. केजरीवाल की इसी चिट्ठी पर खुशी जाहिर करते हुए बीजेपी सांसद मनोज तिवारी ने कहा ये कि विरोध का वक़्त नहीं है, हमें खुशी है दिल्ली के सीएम ने हमारी बात को माना.
हमारी मांग ही सीएम केजरीवाल के खत में दर्ज
तिवारी ने कहा कि सीएम ने चिट्ठी में वहीं बातें लिखी हैं जिनकी हम मांग करते आये हैं. हमारी मांग थी कि जब बाकी राज्यों में कोरोना के नियमों का पालन करते हुए छठ मनाने की अनुमति है तो दिल्ली में भी मिलनी चाहिए, यही बात केजरीवाल ने भी अपने पत्र में लिखी. हालांकि दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसदिया द्वारा इस मुद्दे पर केंद्र सरकार को चिट्ठी लिखे जाने पर उन्होंने कहा कि ये बेवजह की कोशिश थी.
TIMES NOW नवभारत से खास बातचीत
टाइम्स नाउ नवभारत से बात करते हुए मनोज तिवारी ने कहा कि 'भारतीय जनता पार्टी की तरफ से जो भी प्रदर्शन हुए वह छठ पर्व की आस्था को बचाने के लिए किया गया.' छठ पर्व को सोशल डिस्टेंसिग से जोड़ते हुए दिल्ली बीजेपी के पूर्व अध्यक्ष मनोज तिवारी ने कहा छठ एक ऐसा पर्व है जिससे घाटों से खरपतवार की सफाई हो जाती है जिससे डेंगू रुकता ही है. साथ ही शुद्धता का ध्यान रखने के लिए व्रती पहले ही उचित दूरी का ध्यान भी रखते हैं।