नयी दिल्ली: राजधानी दिल्ली को कोरोना के प्रकोप से राहत मिलती हुई नहीं दिख रही है, कोरोना के नए मामलों को बढ़ना जारी है। चिंताजनक बात यह है कि पिछले एक सप्ताह में देश भर में कोरोना से जितनी मौतें हुई हैं उनमें 21% मामले केवल दिल्ली से हैं। कोरोना का संक्रमण फैलने से रोकने के लिए दिल्ली एवं केंद्र सरकार लगातार प्रयास कर रही हैं। दिल्ली में इस महामारी से 118 और मरीजों की मौत होने से मृतकों की संख्या 8,159 हो गई।
शुक्रवार को मामलों की कुल संख्या बढ़कर 5,17,238 हो गई जिनमें से 4,68,143 लोग स्वस्थ हो चुके हैं। इसके अनुसार दिल्ली में इस समय 40,936 मरीजों का इलाज चल रहा है। दिल्ली में Contentainment Zone की संख्या शुक्रवार को बढ़कर 4,560 हो गई जबकि पिछले दिन यह संख्या 4,501 थी। दिल्ली सरकार ने अपने अस्पतालों में बुनियादी चिकित्सा सुविधाओं में वृद्धि करने के साथ-साथ वेंटिलेटर युक्त आईसीयू बेड्स की संख्या बढ़ाई है। राजधानी के अलग-अलग हिस्सों में रैंडम सैंपलिंग की जा रही है।
दिल्ली में इन नियमों की अनदेखी करा देगी आपकी जेब ढीली
दिल्ली सरकार की जारी गाइडलाइंस की अनदेखी पर आज से दो हजार (2000) का जुर्माना भरना होगा जबकि पहले जुर्माने राशि पांच सौ रुपये ही थी, दिल्ली सरकार की तरफ से जारी नोटिफिकेशन में बताया गया है कि इन नियमों के उल्लंघन करने पर दो हजार का चालान भरना होगा इसमें शामिल हैं-
- मास्क ना पहनना
- क्वारनटीन नियमों का उल्लंघन करना
- सोशल डिस्टेंसिंग का पालन ना करना
- सार्वजनिक स्थानों पर थूकना
- सार्वजनिक स्थानों पर पान-गुटखे का सेवन करना
दिल्ली में लॉकडाउन पर फिलहाल संशय
हालांकि, दिल्ली के उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने राजधानी में लॉकडाउन लगाने की चर्चाओं का खंडन किया। उन्होंने कहा कि दिल्ली में दोबारा लॉकडाउन नहीं लगेगा क्योंकि यह समस्या का समाधान है। कोरोना से जंग बेहतर चिकित्सा सुविधाओं से ही जीती जा सकती है। सिसोदिया ने व्यापारियों एवं दुकानदारों को भरोसा दिया कि राजधानी में दुकानें बंद नहीं की जाएंगी।
दिल्ली में घरों का होगा सर्वे
दिल्ली सरकार ने अपने स्कूलों के अनेक शिक्षकों को राष्ट्रीय राजधानी में घर-घर जाकर कोविड-19 सर्वेक्षण कर रहीं टीमों का हिस्सा बनाया है। केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के बीच हुई बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया था कि एम्स, दिल्ली सरकार और नगर निगमों की टीमें शहर में सर्वेक्षण करेंगी और इस दौरान लक्षणों से ग्रस्त पाए गए सभी लोगों को जांच के बाद जरूरी इलाज मुहैया कराया जाएगा।