- दिल्ली में कोरोना का कहर पूरी तरह फैल चुका है
- पिछले कुछ दिनों से लगातार बहुत ज्यादा नए मामले सामने आ रहे हैं
- लोगों में भी कोरोना के प्रति लापरवाही देखी जा रही है
नई दिल्ली: देश की राजधानी दिल्ली को कोरोना वायरस महामारी ने पूरी तरह से अपनी चपेट में ले रखा है। हर रोज हैरान और परेशान कर देने वाले आंकड़े सामने आ रहे हैं। बुधवार को पहली बार 24 घंटे में 8500 से ज्यादा मामले सामने आए। शहर में कोरोना की तीसरी लहर आ चुकी है। इसके साथ ही वायु प्रदूषण की मार भी पड़ रही है। लेकिन इस सबके बावजूद ये देखने में आ रहा है कि लोगों में कोरोना को लेकर लापरवाही बैठ चुकी है। बाजारों में लोगों की बेशुमार भीड़ दिखाई पड़ रही है। भीड़ को देखकर कहीं से नहीं लगता है कि ये कोरोना काल है।
एक वीडियो दिल्ली के सदर बाजार का आया है। इसमें देखा जा सकता है कि किस तरह से भीड़ उमड़ी हुई है। ये तस्वीर किसी को भी परेशान और हैरान कर सकती है। वीडियो को देख कहा जा सकता है कि यहां लोग किसी भी शर्त पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन नहीं कर रहे होंगे। हालांकि मास्क जरूर लगाए होंगे।
ये भी माना जा सकता है कि ये त्योहार का समय है। हर किसी को बाजार जाने की जरूरत पड़ती है, लेकिन फिर भी लोगों को ये सुनिश्चित करना चाहिए कि वो कम से कम घर से निकलें, खासकर की जहां भीड़ भाड़ हो उस जगह जाने से बचा जाए।
हाई कोर्ट ने भी जाहिर की चिंता
दिल्ली में कोविड-19 के बढ़ते मामलों को लेकर हाई कोर्ट ने चिंता जाहिर की है। दिल्ली उच्च न्यायालय ने सब गतिविधियों को खोलने के लिए आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार पर सवाल उठाया। हाई कोर्ट ने कहा कि दिल्ली सरकार को लोगों की जिंदगी से खेलने नहीं दिया जा सकता और राज्य नागरिकों के स्वास्थ्य के लिए जिम्मेदार है, जिसके लिए निजी अस्पतालों सहित दूसरों को साथ लेना होगा।
उच्च न्यायालय, दिल्ली सरकार की उस याचिका पर सुनवाई कर रहा था, जिसमें उसने आग्रह किया था कि कोविड- 19 के बढ़ते मामलों के मद्देनजर उसे कम से कम 15 दिन के लिए 33 निजी अस्पतालों में 80 प्रतिशत आईसीयू बेड कोविड-19 मरीजों के लिए आरक्षित करने का अधिकार दिया जाए। दिल्ली में बुधवार को कोविड-19 के सर्वाधिक 8,593 नए मामले सामने आने के बाद राष्ट्रीय राजधानी में संक्रमण के मामले बढ़कर 4.59 लाख के पार चले गए थे। वहीं 85 और लोगों की मौत के बाद मृतक संख्या बढ़कर 7,228 हो गई।