- दिल्ली में पहली बार 24 घंटों में कोरोना वायरस संक्रमण के 6000 से अधिक केस सामने आए हैं
- 24 घंटों के दौरान यहां संक्रमण के 6,725 नए मामले सामने आए हैं, जो 1 दिन में अब तक की सबसे बड़ी संख्या है
- इसके साथ ही दिल्ली में संक्रमण के कुल मामले 4 लाख से अधिक हो गए हैं, जबकि 6,652 लोगों की अब तक जान जा चुकी है
नई दिल्ली : दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के कारण हालात गंभीर होते जा रहे हैं। बीते 24 घंटों के दौरान यहां संक्रमण के 6,725 नए मामले सामने आए हैं, जो यहां एक दिन में संक्रमण की अब तक की सबसे बड़ी संख्या है। पिछले सप्ताह यहां रोजाना 5,000 से अधिक केस सामने आ रहे थे, जिसके बाद आज (मंगलवार, 3 नवंबर) यह आंकड़ा 6 हजार के पार जा पहुंचा है।
दिल्ली सरकार की ओर से मंगलवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, 24 घंटों के दौरान यहां संक्रमण के 6,725 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 3,610 लोग ठीक हुए हैं और 48 लोगों की जान गई है। इसके साथ ही दिल्ली में संक्रमण का कुल आंकड़ा बढ़कर 4,03,096 हो गया है, जिनमें से 3,60,069 लोग अब तक ठीक हो चुके हैं, जबकि 36,375 एक्टिव केस हैं और 6,652 लोगों की जान गई है।
दिल्ली में कोरोना की दूसरी लहर?
दिल्ली में इससे पहले 30 अक्टूबर को संक्रमण का एक दिन का आंकड़ा 5,891 दर्ज किया गया था, जो 24 घंटों में संक्रमण की दूसरी सबसे बड़ी संख्या है। दिल्ली में सोमवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 4,001 नए केस सोमवार को दर्ज किए गए थे, जिसकी एक प्रमुख वजह सप्ताहांत के दिनों में कोरोना वायरस संक्रमण टेस्ट की कमी बताई जा रही है। शनिवार को यहां 44,623 टेस्ट हुए, जबकि रविवार को 36,665 टेस्ट हुए।
दिल्ली में सोमवार से शुक्रवार के दिनों में आम तौर पर 55,000 से 60,000 टेस्ट किए जाते हैं। दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण की बढ़ती रफ्तार से यहां चिंता बढ़ती जा रही है। इसे दिल्ली में कोरोना वा यरस की दूसरी लहर बताया जा रहा है। दिल्ली में विगत कुछ दिनों में प्रदूषण की भी बढ़ोतरी हुई है, जिससे कोरोना वायरस संक्रमण की स्थिति यहां और बिगड़ने का अंदेशा जताया जा रहा है।
कोरोना वायरस संक्रमण और बढ़ते प्रदूषण के बीच कनेक्शन को लेकर पिछले दिनों एम्स, दिल्ली के 'कम्युनिटी मेडिसिन' विभाग के प्रमुख डॉक्टर संजय राय ने कहा था कि प्रदूषण का प्रभाव सबसे पहले फेफड़ों पर होता है। कोविड भी श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है। ऐसे में प्रदूषण होने से कोरोना वायरस संक्रमण की भयावहता बढ़ने की आंशका है। उन्होंने अभी के मौसम को भी वायरस के लिए अनुकूल बताया था।