- अशोक विहार के खोजा वाला बाग में बनेगा इको-टूरिज्म हब
- डीडीए की 25 एकड़ जमीन पर बनाई जाएगी यह खास नर्सरी
- उपराज्यपाल की तरफ से निर्देश जारी, डीडीए को मिली जिम्मेदारी
Delhi DDA: राजधानी में विश्वस्तरीय नर्सरी और इको-टूरिज्म हब विकसित किया जाएगा। इसके लिए खोजा वाला बाग अशोक विहार में दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) की खाली पड़ी 25 एकड़ खाली जमीन का चुनाव किया गया है। इस नर्सरी में हजारों तरह के देशी-विदेशी पौधों को तैयार किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद अधिकारी इसकी रूपरेखा बनाने में जुट गए हैं। डीडीए को इस पूरी योजना की रूपरेखा तैयार करने के लिए कहा गया है।
बता दें कि, कार्यभार संभालने के बाद से ही उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना लगातार राजधानी के अलग-अलग क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। इसी क्रम में वे अशोक विहार पहुंचे थे। यहां पर उन्होंने निरीक्षण करते हुए डीडीए की खाली पड़ी 25 एकड़ जमीन पर विश्वस्तरीय नर्सरी और इको-टूरिज्म हब बनाने का निर्देश दिया।
नर्सरी में विदेशी व दुर्लभ किस्म के पौधे भी होंगे तैयार
डीडीए अधिकारियों के अनुसार इस विश्वस्तरी नर्सरी में स्थानीय प्रजाति के साथ कई तरह के विदेशी और दुर्लभ किस्म के पौधे भी तैयार किए जाएंगे। यहां तैयार होने वाले पौधे राजधानी की सड़कों को सुंदर बनाने के साथ सरकारी भवनों को सुंदर व हराभरा बनाने में भी उपयोग किया जाएगा। इसके अलावा आम लोगों को भी यहां से पौधे उपलब्ध कराए जाएंगे।
बनेगा कैफेटेरिया और पैदल पथ
इस नर्सरी में सिर्फ पौधे ही नहीं होंगे, बल्कि इसे इको टूरिज्म हब के रूप में विकसित करने के लिए यहां कई और सुविधाएं भी दी जाएंगी। नर्सरी के अंदर लोगों के घूमने के लिए पैदल पथ बनेगा। साथ ही बैठने के लिए जगह-जगह बेंच लगाई जाएंगी। इसके अलावा यहां पर कैफेटेरिया भी विकसित किया जाएगा। ताकि लोग यहां पर खुशनुमा वक्त बिता सकें। नर्सरी के लिए चुनी गई यह जगह वजीराबाद औद्योगिक क्षेत्र के बीच में स्थित है। इसलिए इस पूरी जगह को हरा-भरा बनाने से लोगों को ज्यादा ऑक्सीजन भी मिलेगी।