- दिल्ली विधानसभा चुनाव को देखते हुए भारतीय जनता पार्टी ने बनाई विशेष रणनीति
- योगी आदित्यनाथ 1 फरवरी से 4 फरवरी तक दिल्ली कुल 12 जनसभाओं को करेंगे संबोधित
- बीजेपी के स्टार प्रचारक हैं योगी, अमित शाह, पीएम मोदी के बाद सबसे ज्यादा मांग वाले नेता हैं योगी
नई दिल्ली: दिल्ली में 8 फरवरी को होने वाले मतदान का चुनाव प्रचार अभियान जोरों पर है। कोई भी राजनीतिक दल मतदाताओं को लुभाने में कोई कोर-कसर नहीं छोड़ना चाहता है। सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी हो या विपक्षी कांग्रेस और भाजपा। सभी दलों के बड़े नेता दिल्ली में जनसभाएं कर रहे हैं। बीजेपी की तरफ से गृह मंत्री अमित शाह दिल्ली में कई जनसभाएं कर चुके हैं। फरवरी शुरू होते ही दिल्ली में यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की रैलियां शुरू हो जाएंगी।
एक फरवरी को योगी दिल्ली आएंगे और 4 दिन में कुल 12 ताबड़तोड़ रैलियां करेंगे। 1 फरवरी को योगी आदित्यनाथ दिल्ली के करावल नगर, मुस्तफाबाद, आदर्श नगर, नरेला, और रोहिणी में जनसभाओं को संबोधित करेंगे। इसके बाद अगले तीन दिनों में योगी की जनसभाएं अन्य जगहों पर होगी। आपको बता दें कि योगी का नाम बीजेपी के स्टार प्रचारकों की सूची में है और योगी को चुनाव प्रचार में उतारक बीजेपी ने स्पष्ट कर दिया है वह आक्रामक तरीके से चुनाव मैदान में उतरी है।
आपको बता दें दिल्ली की कई विधानसभाओं में योगी के गढ़ माने जाने वाले पूर्व उत्तर प्रदेश के लोग के लोग बड़ी संख्या में रहते हैं। ऐसे में पीएम मोदी, गृह मंत्री अमित शाह के बाद प्रचारकों में सबसे ज्यादी किसी की मांग है तो वह है योगी आदित्यनाथ की। इस समय दिल्ली के शाहीन बाग में सीएए को लेकर जो विरोध प्रदर्शन चल रहा है उसे बीजेपी ने चुनावी मुद्दा भी बना दिया है। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि योगी किस तरह से चुनाव प्रचार की शुरूआत करते हैं।
हाल ही में एक सीएए समर्थित रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा था कि प्रदर्शन के नाम पर हिंसा को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उनसे पूरी वसूली की जाएगी। मुख्यमंत्री ने विपक्ष को निशाने पर लेते हुए कहा था कि विपक्ष दुश्मनों की भाषा बोल रहा है और लोगों को हिंसा के लिए भड़का रहा है।