- दिल्ली में कोरोना के बढ़ते केस के संबंध में सीएम केजरीवाल ने बुलाई सर्वदलीय बैठक
- दिल्ली में आरटीपीसीआर टेस्ट की संख्या बढ़ाई गई
- आईसीयू बेड्स की कमी को दूर करने के लिए बेड्स की संख्या में किया गया इजाफा
नई दिल्ली। दिल्ली में हाल के दिनों में जिस तरह से कोरोना के केस बढ़े हैं वो चिंता का विषय बन चुका है। कोरोना की बढ़ती रफ्तार पर काबू पाने के लिए केजरीवाल सरकार कई तरह के इंतजामों पर बढ़ने का फैसला किया है। दिल्ली सरकार ने 19 नवंबर को सुबह 11 बजे सभी पार्टियों की एक बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि सीएम इस बैठक में दूसरे दलों के नेताओं से कोरोना पर लगाम लगाने के उपायों पर विचार साझा कर सकते हैं। इससे पहले मंगलवार को दिल्ली सरकार ने शादी समारोह में 200 लोगों की जगह सिर्फ 50 लोगों को शामिल होने की अनुमति दी है।
जीटीबी अस्पताल का केजरीवाल ने किया दौरा
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवालने कि जीटीबी अस्पताल का दौरा किया है। डॉक्टरों ने अगले 2 दिनों में अतिरिक्त 232 आईसीयू बेड बढ़ाने पर सहमति व्यक्त की है। वहीं अगले कुछ दिनों में सभी दिल्ली के सभी अस्पतालों में 663 आईसीयू बेड बढ़ाए जाएंगे। वहीं केंद्र सरकार भी 750 आईसीयू बेड बढ़ा रहा है। इन सबके बीच दिल्ली में एक दिन में रिकॉर्ड 131 लोगों की मौत हुई है। दिल्ली में कोरोना से अबतक कुल 7943 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 42458 एक्टिव केस हैं. दिल्ली में कोरोना मरीजों का आंकड़ा 5 लाख के पार हो गया है।
बैठकों का दौर जारी
दिल्ली में कोरोना पर रोकथाम लगाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय समेत केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय और दिल्ली सरकार के विभिन्न विभागों में बैठकों का दौर जारी है। किस तरह से राजधानी में आरटी पीसीआर टेस्ट में वृद्धि की जाए जिससे कोरोना के ज्यादा से ज्यादा मामले पकड़े जा सकें और उसके प्रसार को रोका जा सके। गृह मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को स्पष्ट तौर पर कहा था कि राजधानी दिल्ली में आरटी पीसीआर टेस्ट मामलों में दोगुना वृद्धि की जा सकती है।
आईसीएमआर को दिए गए निर्देश
आईसीएमआर को निर्देश दिया गया है कि वो 20 मोबाइल टैस्टिंग लैब तैनात करे ताकि घर-घर जांच में दिल्ली सरकार की मदद हो सके। आदेश के अनुसार आईसीएमआर को फेज के अनुसालर 20 हजार टेस्ट की क्षमता हासिल करनी है और इसे अगले हफ्ते से शुरू किया जाना है। आईसीएमआर दिल्ली के प्रयोगशालाओं की जांच क्षमता हर दिन दो हजार बढ़ाने में भी मदद करेगी। इसके लिए स्वास्थ्यकर्मियों को मुहैया कराया जाएगा।