नई दिल्ली : कोरोना संकट के बीच लोगों की सुरक्षा बढ़ाते हुए और उन्हें सुविधा देने के लिए दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (DMRC)ने कैशलेस और टचलेस सुविधा देने का फैसला किया है। डीएमआरसी ने यात्रियों के बीच डिजिटल पेमेंट को बढ़ावा देने के लिए क्विक रिस्पॉन्स (क्यूआर) कोड सेवा ले आई है। कुछ दिनों पहले अपने ऑटोमेटिक फेयर कलेक्शन सिस्टम (एएफसी), बैंक अकाउंट और रूपे आधारित लेन-देन को अपग्रेड करने के लिए मेट्रो ने निजी कंपनियों से 'एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट' आमंत्रित किए थे।
अभी मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर है यह सुविधा
क्यूआर आधारित रेटिंग सिस्टम की सुविधा अभी मेट्रो की एयरपोर्ट एक्सप्रेस लाइन पर है। इस लाइन पर टिकट एक मोबाइल एप के जरिए खरीदे जाते हैं। इसके बाद यात्रियों को वहां मौजूद क्यूआर-कोड को स्कैन करना होता है। मेट्रो यहां पर नेशनल कॉमन मोबिलिटी कार्ड (एनसीएमसी) के इस्तेमाल की भी इजाजत देती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस कार्ड को पिछले साल दिसंबर में लांच किया।
एएफसी सिस्टम को अपग्रेड करने की जरूरत
डीएमआरसी के कॉरपोरेट कॉम्युनिकेशन के डाइरेक्टर अनुज दयाल ने कहा, 'क्यूआर कोड को लागू करने, ईएमवी एवं रूपे आधारित टिकटिंग को अपग्रेड करने के लिए डीएमआरसी ने एक्सप्रेशन ऑफ इंटेरेस्ट निमंत्रित किया है।' डीएमआरसी के अधिकारियों का कहना है कि विभाग ने जो एएफसी सिस्टम विकसित किया है, उसे अपग्रेड करने की जरूरत है। अधिकारियों का कहना है कि यात्री 23 बैंकों की ओर से पिछले 20 महीनों में जारी रूपे कार्ड का इस्तेमाल कर सकेंगे।
इस सुविधा से यात्रियों को होगी सहूलियत
विशेषज्ञों का मानना है कि कैशलेश टिकटिंग यात्रियों के लिए लाभकारी होगी। स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड ऑर्किटेक्चर में प्रोफेसर सेवा राम ने इसे एक अच्छी पहल बताया है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में परिवहन के अलग-अलग तरह के कई साधन होंगे। इससे यात्रियों के आवागमन से जुड़े डाटा प्राप्त होंगे जिससे सार्वजनिक परिवहन में सुधार लाने में मदद मिलेगी।