- चिल्ला बॉर्डर को दिल्ली पुलिस ने किया बंद
- दैनिक यात्रियों से वैकल्पिक रूट अपनाने की दी सलाह
- किसान आंदोलन का असर, मंगलवार को हुई बातचीत बेनतीजा रही
नई दिल्ली। कृषि कानून के खिलाफ किसानों का तेवर बरकरार है। मंगलवार को किसानों के अलग अलग संगठनों से सरकारी स्तर पर बातचीत हुई।लेकिन नतीजा नहीं निकला। किसानों ने साफ कर दिया कि जब तक इस काले कानून को खत्म नहीं किया जाएगा तब तक आंदोलन जारी रहेगा और उसका असर चिल्ला बॉर्डर पर भी दिखाई दिया है। इस एंट्री प्वाइंट के जरिए लाखों लोग दिल्ली और नोएडा के बीच यात्रा करते हैं। इसके अलावा दिल्ली से ग्रेटर नोएडा और यमुना एक्सप्रेसवे जाने का भी यही चेक प्वाइंट है। किसानों के जमा होने की वजह से इसे बंद कर दिया गया है।
बंद किया गया चिल्ला बॉर्डर
दिल्ली पुलिस ने कहा कि नोएडा से दिल्ली की तरफ आने वाले लोग वैकल्पिक मार्ग का इस्तेमाल करें। पुलिस का कहना है कि ऐहतियात के तौर पर फैसला किया गया है। लेकिन जिस तरह से इस बॉर्डर को बंद किया गया है उससे लाखों की संख्या में लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा।
डीएनडी या एनएच 24 का करें इस्तेमाल
पुलिस प्रशासन की तरफ से दैनिक यात्रियों को नोएडा-दिल्ली लिंक रोड के इस्तेमाल से बचने की एडवाइजरी जारी की गई है। ऐसे में वो यात्री जो दिल्ली से नोएडा या नोएडा से दिल्ली आने के लिए इस रास्ते का इस्तेमाल करते हैं वो इसका इस्तेमाल ना करें। है। दैनिक यात्री एनएच-24 और डीएनडी का इस्तेमाल कर सकते हैं। चिल्ला बॉर्डर सीधे नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे और आगरा एक्सप्रेस-वे को भी जोड़ता है। यह बॉर्डर वाया गोलचक्कर दिल्ली सूरजपुर और कासना को जोड़ता है। मंगलवार को शाम को दिल्ली और नोएडा में करीब 6 किलोमीटर का लंबा जाम लगा।