- दिल्ली पुलिस, स्वॉट एनएसजी की संयुक्त मॉकड्रिल
- आईटीओ, वसंत कुंज और द्वारका इलाके में मॉकड्रिल
- सुरक्षा एजेंसियों की तैयारियों को परखा गया
दिल्ली पुलिस ने शनिवार को राष्ट्रीय राजधानी के तीन रणनीतिक रूप से अहम स्थानों पर अन्य एजेंसियों के साथ मिलकर आतंकवाद रोधी अभियान का पूर्वाभ्यास किया। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।यहां जारी बयान के मुताबिक दिल्ली पुलिस ने समन्वित बहु स्थलीय पूर्वाभ्यास (मॉक ड्रिल) आईटीओ, वसंत कुंज और द्वारका इलाके में शनिवार अपराह्न चार बजे किया जिसमें एनएसजी जैसी विशेष दक्षता प्राप्त एजेंसियों ने भी हिस्सा लिया।
मॉकड्रिल के जरिए अलर्टनेस की चेंकिंग
मॉकड्रिल मानक प्रक्रिया है जिसमें संस्थागत व्यवस्था की दक्षता एवं प्रभाव एवं अंतर एजेंसी समन्वय की जांच विभिन्न परिस्थितियों में की जाती है। विशेष प्रकोष्ठ (स्पेशल सेल) ने पूर्वाभ्यास का समन्वय किया जो दिल्ली पुलिस की नोडल आंतकवादी रोधी एजेंसी है।बयान के मुताबिक आईटीओ स्थित दिल्ली पुलिस के पुराने मुख्यालय के निकास द्वारा पर छद्म आतंकवादियों के वाहन के आने के साथ पूर्वाभ्यास शुरू हुआ। सुरक्षा बलों के साथ संक्षिप्त संघर्ष के बाद छद्म आतंकवादियों का समूह इमारत में दाखिल होने में कामयाब रहा और बंदूक के बल पर कुछ लोगों को बंधक बना लिया जबकि दूसरा समूह कार से निकलकर घटनास्थल से ओझल हो गया।
वसंत कुंज के एंबिएंस मॉल में मॉकड्रिल
इसी प्रकार दूसरे हमले का दृश्य वसंत कुंज के नेल्सन मंडेला रोड स्थित एम्बियंस मॉल में रचा गया जहां पर छद्म आतंकवादी मुख्य द्वार पर इम्प्रोवाइस्ड एक्सप्लोसिव डिवाइस (आईईडी) लगाने के बाद अंधाधुंध गोलीबारी कर फरार हो गए।बयान के मुताबिक पूर्वाभ्यास का तीसरा स्थान द्वारका सेक्टर 21 मेट्रो स्टेशन रहा जहां पर मुख्य द्वारा पर विस्फोटक लगाने और छद्म आतंकवादियों द्वारा प्लेटफार्म पर खड़ी मेट्रो ट्रेन को हाईजैक करने की सूचना मिली।
तीनों जगहों पर सभी हितधारक- स्थानीय पुलिस, यातायात पुलिस, पीसीआर, स्वाट और प्रशासन की एजेंसिया और स्वास्थ्य विभाग- केंद्रीय पुलिस नियंत्रण कक्ष के निर्देश पर पहुंचे। इस दौरान घटना कमान चौकी स्थापित की गई और रक्षात्मक तरीके से लोगों को निकालने का अभ्यास किया गया।बयान में बताया कि पूर्वाभ्यास के तहत स्वाट, विशेष प्रकोष्ठ और मेट्रो रेल को सुरक्षा प्रदान कर रहे सीआईएसएफ ने आंतरिक तलाशी और आंतकवाद रोधी अभियान को अंजाम दिया। हालांकि, पूरे पूर्वाभ्यास के दौरान कोई अप्रिय घटना या अवांछित भय का माहौल नहीं देखा गया।