- आरोपी की पहचान DRDO के वरिष्ठ वैज्ञानिक भारत भूषण कटारिया के रूप में हुई है
- उसने अपने पड़ोसी को मारने के लिए यह धमाका किया था
- कटारिया ने अदालत कक्ष में एक टिफिन के भीतर विस्फोटक रखा था
delhi Rohini court tifin blast case update:दिल्ली पुलिस ने इस महीने की शुरुआत में यहां रोहिणी जिला अदालत के भीतर कम तीव्रता के विस्फोट के मामले में डीआरडीओ के एक वैज्ञानिक को गिरफ्तार किया है, जिसने अपने पड़ोसी को मारने के लिए यह धमाका किया था।
गौरतलब है कि नौ दिसंबर को अदालत कक्ष संख्या 102 के भीतर हुए विस्फोट में एक व्यक्ति घायल हो गया था। सूत्रों ने बताया कि आरोपी की पहचान रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (DRDO) के वरिष्ठ वैज्ञानिक भारत भूषण कटारिया के रूप में की गयी है उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है।
आरोपी दो बैग के साथ सुबह नौ बजकर 33 मिनट पर अदालत में घुसा था
पुलिस ने बताया कि कटारिया ने अदालत कक्ष में एक टिफिन के भीतर विस्फोटक रखा था क्योंकि वह अपने पड़ोसी को मारना चाहता था, जो एक वकील है। दिल्ली पुलिस आयुक्त राकेश अस्थाना ने बताया कि घटना वाले दिन आरोपी दो बैग के साथ सुबह नौ बजकर 33 मिनट पर अदालत में घुसा और एक बैग उसने अदालत कक्ष में ही छोड़ दिया। इसके बाद वह 10 बजकर 35 मिनट पर अदालत परिसर से बाहर निकल गया।
एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने बताया, 'दोनों पक्षों ने एक-दूसरे के खिलाफ कई मामले दर्ज करा रखे हैं। वे पड़ोसी हैं और एक ही इमारत में रहते हैं। प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि कटारिया को वकील से रंजिश थी।'
क्या था ये कोर्ट में ब्लास्ट मामला
9 दिसंबर की सुबह रोहिणी कोर्ट के कोर्ट नंबर 102 में अचानक से धमाका हुआ था तो हर हर कोई हैरान रह गया। दरअसल एक स्कूल बैग में रखा लैपटॉप अचानक से फट गया था। प्रारंभिक आकलन से पता चलता है कि लैपटॉप की बैटरी में विस्फोट होने की संभावना रिसाव या खराबी के कारण जताई जा रही थी। फोरेंसिक और क्राइम टीमों ने इसकी जांच की, जैसे ही लैपटॉप में धमाके की खबर सामने आई तो कोर्ट रूप में मौजूद लोग इधर-उधर भागने लगे और सभी रूम से तुरंत बाहर आ गए थे।