- यह शातिर ठग 25 साल से कर रहा था फर्जी पासपोर्ट और वीजा का काम
- अमेरिका भेजने के नाम पर हर यात्री से लेता था 65 से 70 लाख रुपये
- हर माह भेजता था करीब 20 यात्री, प्रति व्यक्ति बचता था 8 से 10 लाख
Delhi News: दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच द्वारा गिरफ्तार किए गए फर्जी पासपोर्ट-वीजा रैकेट के सरगना जाकिर युसूफ ने रिमांड के दौरान कई हैरान करने वाले खुलासे किए हैं। पुलिस पूछताछ में इस शातिर ठग ने बताया कि वह हर माह करीब 20 लोगों का फर्जी पासपोर्ट तैयार कर अमेरिका भेजता था। इस फर्जीवाड़े से होने वाली लाखों की कमाई से वह अय्याशी भरा जीवन जीता था। उसने सबसे चौकानें वाला खुलासा यह किया कि उसकी कुल 32 गर्लफ्रेंड है। जिन पर वह हर माह लाखों रुपये लुटाता था। इसके अलावा ये ठग डांस बार जाने का भी शौकीन था और सप्ताह में दो बार जरूर जाता था।
डीसीपी तनु शर्मा ने बताया कि जाकिर अब तक हजारों लोगों का फर्जी पासपोर्ट और वीजा बनाकर अमेरिका भेज चुका है, लेकिन इस पर सिर्फ 6 मामले ही दर्ज हुए हैं। आरोपी से पूछताछ में पता चला कि यह पहले यात्रियों को मनागुआ, गोटेमाला, सेल्वाडोर आदि देशों में भेजता है, जहां पर वीजा तैयार होता है। इसके बाद उसके एजेंट यात्री को जंगल के रास्ते मैक्सिको होते हुए अमेरिका पहुंचाते। अमेरिका भेजने के नाम पर यह एक व्यक्ति से 65 से 70 लाख रुपए लेता था। इसमें 8 से 10 लाख रुपये बचते, बाकि खर्चा हो जाता था। इस ठग ने बीते 20 वर्षों से ट्रेन में सफर नहीं किया है। यह केवल विमान से आता-जाता था। इसके दो बच्चे कनाडा में पढ़ाई करते हैं।
वेब सीरिज और फिल्मों में लगाया करोड़ों रुपये
आरोपी इस अवैध धंधे से कमाए करोड़ों रुपयों को वेब सीरिज एवं फिल्मों में लगाता था। पुलिस के अनुसार जल्द ही उसकी कुछ फिल्में रिलीज होने वाली थी। यह आरोपी बीते 25 वर्षों से फर्जी पासपोर्ट एवं वीजा का काम कर रहा है। इसके द्वारा किए गए खुलासों के बाद अब पुलिस इसपर मकोका के तहत कार्रवाई करने पर विचार कर रही है। इस मामले में सबसे हैरानी वाली बात यह है कि मूल रूप से चेन्नई का रहने वाला यह शातिर सिर्फ सातवीं कक्षा तक पढ़ा है। 12 साल के होने पर यह गांव के रहने वाले एक व्यक्ति के साथ मजदूरी करने मुंबई चला गया था। वहां कई वर्षों तक कार मकैनिक का कार्य किया और 21 वर्ष की आयु में टिकट एजेंट के रूप में कार्य करना शुरू किया।