- ट्रैफिक पुलिस शहर के प्रमुख चौराहों पर लगाएगी आरएलवीडी कैमरे
- अभी दिल्ली में 80 फीसदी चालान आरएलवीडी कैमरे के माध्यम से
- कैमरे लगने के बाद सड़क हादसों में आएगी कमी
Delhi Traffic Police: राजधानी दिल्ली में ट्रैफिक नियम तोड़ने वाले अब पुलिस व कानून से नहीं बच सकेंगे, क्योंकि दिल्ली ट्रैफिक पुलिस यहां की सड़कों के हर कोने पर नजर बनाए हुए है। जो सड़कें अभी पुलिस की नजरों से बची हुई हैं अब वहां भी दिल्ली ट्रैफिक पुलिस आरएलवीडी सीसीटीवी कैमरे लगाने जा रही है।
दरअसल, दिल्ली की हर सड़क पर नजर रखने और ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों पर लगाम लगाने के लिए ट्रैफिक पुलिस सड़कों पर लगे कैमरों की संख्या बढ़ाने जा रही है। यहां की सड़कों पर दिसंबर 2022 तक करीब 200 नए रेड लाइट वायलेशन डिटेक्शन कैमरे (आरएलवीडी) और ओवर स्पीड वायलेशन डिटेक्शन कैमरे (ओएसवीडी) लगा दिए जाएंगे। ये कैमरे करीब 60 नए चौराहों पर लगेंगे। इनसे इन चौराहों से प्रतिदिन गुजरने वाले करीब 25 लाख वाहनों की निगरानी करने में मदद मिलेगी। साथ ही ट्रैफिक रूल तोड़ने पर तत्काल कार्रवाई भी संभव हो सकेगी।
80 फीसदी से अधिक चालान कैमरों के जरिए
दिल्ली में अभी ट्रैफिक रूल तोड़ने वाले लोगों के ज्यादातर चालान सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से किया जा रहा है। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, अभी यह संख्या करीब 80 फीसदी है, बाकि के 20 फीसदी चालान ट्रैफिक पुलिसकर्मी कर रहे हैं। अभी दिल्ली के अलग-अलग चौराहों व सड़कों पर करीब 200 जगहों पर कैमरे लगे हैं। वर्ष 2021 में इन कैमरों से रेड लाइट जंपिंग के 1112103 और ओवर स्पीडिंग के कुल 3367488 चालान किए गए। वर्ष 2019 में इन कैमरों को लगाने की प्रक्रिया शुरू हुई थी। शुरुआत में 100 स्थानों पर आरएलवीडी और ओएसवीडी कैमरे लगाए गए। लगातार इनकी संख्या बढ़ाई जा रही है।
सड़क हादसों को रोकने में मिलती है मदद
जब यह योजना शुरू हुई तो सबसे पहले दिल्ली के प्रमुख मार्गों व रिंग रोड पर कैमरे लगाए गए। अब अंदर की सड़कों व हाईवे से स्टे प्रमुख मार्गों पर इन्हें लगाया जाएगा। इनसे ट्रैफिक व्यवस्था बनाए रखने के साथ जाम व सड़क हादसों की निगरानी में भी मदद मिलेगी। दिल्ली ट्रैफिक पुलिस के मुताबिक, जहां कैमरे लगे होते हैं वहां वाहन चालक यातायात नियमों का पालन करते हैं। 200 कैमरे लग जाने पर लगभग पूरा शहर कवर हो जाएगा।