- राजस्थान के साथ टिड्डियों से यूपी और एमपी के कई जिलों पर खतरा
- टिड्डियों के झुंड पर निगरानी के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा है।
- संबंधित राज्य सरकारों का कहना है कि टिड्डी आतंक से निपटने के लिए वो पूरी तरह तैयार हैं।
नई दिल्ली। बुधवार की सुबह सुबह एक खबर तेजी से फैली की रेगिस्तानी टिड्डियों ने अपना रास्ता बदल दिया है। और वो दिल्ली की तरफ रुख कर चुकी हैं। बुधवार शाम चार बजे तक उनका आतंक कायम हो सकता है। लेकिन लोकस्ट वार्निंग संगठन के डॉ के एल गुर्जर ने कहा कि दिल्लीवालों को परेशान होने की जरूरत नहीं। रेगिस्तानी टिड्डियों का रुख राजधानी की तरफ नहीं है।
राजस्थान, यूपी और एमपी पर टिड्डियों का खतरा
इस समय टिड्डियों के आतंक का सामना राजस्थान कर रहा है और टिड्डियों का झुंड यूपी और मध्य प्रदेश की तरफ दस्तक दे चुका है। यूपी में आगरा, मथुरा , झांसी समेत कई जिलों के प्रभावित होने की आशंका है। यही हाल राजस्थान से सीमा से जुड़े मध्य प्रदेश के कुछ जिलों का है। हालांकि टिड्डियों के झुंड पर नजर रखने के लिए ड्रोन से निगरानी की जा रही है।
टिड्डियों से फसलों को आतंक
जानकार बताते हैं कि पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान की तरफ से आने वाले टिड्डियों का दल बहुत खतरनाक है, टिड्डों का दल फसलों एवं सब्जियों को पूरी तरह बर्बाद कर दे रहे हैं। फसलों एवं सब्जियों की बर्बादी से आने वाले समय में खाद्य आपूर्ति की चेन और करोड़ों लोगों की आजीविका पर संकट खड़ा हो सकता है। राजस्थान, मध्य प्रदेश, महारष्ट्र में इनका प्रकोप बढ़ता जा रहा है। अब टिड्डियों का दल यूपी की तरफ कूच कर चुका है।
टिड्डों को रोकने में पाकिस्तान रहा नाकाम
टिड्डी नियंत्रण विभाग के डिप्टी डायरेक्टर डॉ. के. एल. गुर्जर बताते हैं कि पाकिस्तान अपने इलाके में टिड्डियों पर नियंत्रण करने में नाकाम रहा है, इसके कारण बड़ी संख्या में टिड्डियों का दल वयस्क होकर भारतीय इलाके में दाखिल हो रहे हैं। ये टिड्डिया ईरान से पाकिस्तान के बलूचिस्तान होते हुए राजस्थान की सीमा में पहुंच रही हैं और 15 दिन बाद इन टिड्डियों के समर ब्रीडिंग के बाद इनकी बढ़ी संख्या बहुत बड़ा खतरा बन जाएगी। उन्होंने बताया कि वर्तमान में राजस्थान एवं गुजरात में हमारी 50 टीम इन टिड्डियों पर नियंत्रण करने में लगी हैं।