- दिल्ली एम्स में 16 मई से डॉक्टरों का समर हॉलीडे शुरू
- 16 जुलाई तक सिर्फ 50 प्रतिशत डॉक्टर ही ड्यूटी करेंगे
- डॉक्टरों की कमी से ओपीडी और सर्जरी होगी प्रभावित
Delhi AIIMS: अगर आप एम्स में इलाज कराने जाने की सोच रहे हैं, तो यह खबर आपके लिए ही है। एम्स में 16 मई से गर्मी की छुट्टियां शुरू होने जा रही हैं। यह छुट्टियां आगामी दो माह तक जारी रहेंगी। इस दौरान फैकल्टी स्तर के 50-50 प्रतिशत डॉक्टर एक-एक माह तक अवकाश पर रहेंगे। इस वजह से एम्स में दो माह तक सिर्फ 50 प्रतिशत डॉक्टर ही ड्यूटी पर मौजूद रहेंगे। इस वजह से जहां ओपीडी प्रभावित रहेगा, वहीं सर्जरी भी कुछ कम हो सकती हैं।
बता दें कि, कोरोना महामारी की वजह से पिछले दो साल से एम्स में गर्मी की छुट्टियां नहीं हुई थी। इस बार कोरोना से थोड़ी राहत मिलने के बाद ये छुट्टियां घोषित की गई हैं। डॉक्टरों की इस छुट्टी के दौरान यहां आने वाले मरीजों को ज्यादा परेशानी न हो, इसके लिए एम्स प्रशासन ने निर्देश जारी किया है कि, इस बार एक बार में 50 प्रतिशत से अधिक डाक्टरों को अवकाश नहीं मिलना चाहिए।
कोरोना की वजह से दो साल नहीं मिल पाई थी डॉक्टरों को छुट्टी
एम्स में डॉक्टरों को हर साल गर्मी के समय में एक माह की छुट्टी मिलती है, लेकिन कोरोना संक्रमण के कारण वर्ष 2020 और 2021 में डाक्टरों को गर्मी की छुट्टियां नहीं मिल पाई थी। एम्स प्रशासन के अनुसार, अभी तक कोरोना संक्रमण काबू में है। इसलिए दो चरणों में डाक्टरों को गर्मी की छुट्टियां देने का फैसला किया है। इसके पहले चरण में 50 प्रतिशत फैकल्टी 16 मई से 15 जून तक अवकाश पर रहेंगे। इनके लौटने के बाद बचे हुए 50 प्रतिशत डॉक्टर 16 जून से 15 जुलाई तक अवकाश पर रहेंगे। 16 जुलाई से एम्स के सभी फैकल्टी एक साथ कार्य शुरू करेंगे।
इस समय सर्जरी के लिए मरीजों की लगी है लाइन
बता दें कि, पिछले दो वर्ष से कोरोना संक्रमण के कारण सर्जरी भी प्रभावित रही है। अभी कुछ माह पूर्व ही दूसरी बीमारियों के मरीजों का इलाज व सर्जरी सामान्य हुई है। अब डॉक्टरों के छुट्टी पर जाने से कैंसर, किडनी, लिवर, दिल इत्यादि की गंभीर बीमारियों से पीड़ित मरीजों का इलाज व सर्जरी फिर से प्रभावित हो सकती है।