- अगले सप्ताह से राजधानी की सड़कों पर दौड़ेंगी 125 ई-बसें
- बसों के पंजीकरण का कार्य अपने अंतिम चरण में पहुंचा
- फुल चार्ज होने पर ये कर सकेगी 120 किलोमीटर का सफर
Delhi DTC Bus: दिल्ली के अंदर डीटीसी बसों से सफर करने वाले लाखों लोगों के लिए खुशखबरी है। राजधानी की सड़कों पर जल्द ही सौ से अधिक ई-बसें दौड़ती नजर आएंगी। दिल्ली की हवा को प्रदूषण मुक्त करने और यात्रियों को बेहतर सुविधा देने के लिए दिल्ली की आप सरकार 125 ई-बसें चलाने जा रही है। ये बसें दिल्ली पहुंच चुकी हैं। अब इनके पंजीकरण का काम चल रहा है। डीटीसी अधिकारियों का दावा है कि, इन बसों को अगले सप्ताह परिचालन के लिए सड़क पर उतार दिया जाएगा।
बता दें कि, डीटीसी के बेड़े में करीब एक दशक बाद बसें शामिल हो रही हैं। गर्मी के मौसम में इन वातानुकूलित बसों के सड़कों पर उतरने से यात्रियों को भी काफी राहत मिलेगी। इन बसों को चलाने का फैसला मुख्यमंत्री केजरीवाल की अध्यक्षता में करीब तीन साल पहले हुई कैबिनेट की बैठक में लिया गया था। इस बैठक में 300 लो फ्लोर इलेक्टिक एसी बसों के प्रस्ताव को मंजूरी दी गई थी। इनमें से दो ई-बसें ट्रायल के लिए पहले ही आ गई थी, अब 125 और आई हैं। इन्हें मिलाकर दिल्ली में कुल 127 ई- बसें हो जाएंगी।
कई बार रद्द हुआ टेंडर, फिर मिली मंजूरी
बता दें कि, दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण पर रोक लगाने के लिए दिल्ली सरकार ने राजधानी में ई-बस चलाने का फैसला लिया था। जिसके बाद डीटीसी की तरफ से अक्टूबर 2019 में पहला टेंडर जारी किया गया था, लेकिन किन्ही कारणों से इसे रद्द कर दिया गया। इसके बाद जून 2020 में दूसरे टेंडर को भी प्रतिस्पर्धी दरें न मिलने की वजह से कैंसिल कर दिया गया। तीसरी बार दिसंबर 2020 में टेंडर जारी किया गया, जिसे अब अमलीजामा पहनाया जा रहा है।
एक बार पूरी तरह चार्ज होने पर चलेंगी120 किमी
डीटीसी के बेड़े में शामिल होने वाली बसों का संचालन ओपेक्स मॉडल पर किया गया है। अभी जो ई-बसें राजधानी में आ रही हैं वे मेसर्स जेबीएम और मेसर्स टाटा मोटर्स की बसें हैं। टेंडर की शर्तों के अनुसार मेसर्स जेबीएम 200, जबकि टाटा को 100 बसों का संचालन करने का काम मिला है। ये बसें एक बार पूरी तरह चार्ज होने पर कम से कम 120 किमी की दूरी तय कर सकेंगी। ऑपरेटर 10 साल तक बसों या बैटरी के रखरखाव के लिए जिम्मेदार होंगे।