- यमुना का जलस्तर पहुंचा न्यूनतम स्तर 666.80 फीट पर
- वीरवार से राजधानी के दर्जनों इलाकों में होगी पेयजल किल्लत
- चंद्रावल और वजीराबाद जल शोधन संयंत्र पर जलशोधन प्रभावित
Delhi Water Crisis: मानसून का इंतजार कर रहे राजधानी के लोगों को एकबार फिर से पेयजल संकट का सामना करना पड़ सकता है। कुछ दिनों की राहत के बाद यमुना में जलस्तर कम होने का सिलसिला फिर से शुरू हो गया है। यमुना का जल स्तर कम होकर बुधवार को 666.80 फीट पर पहुंच गया। यह इस साल का सबसे कम न्यूनतम जल स्तर है। इसकी वजह से अब दिल्ली के कई इलाकों में पानी की सप्लाई बाधित होने की उम्मीद है।
दिल्ली जल बोर्ड अधिकारियों के अनुसार, इस समय दिल्ली सब ब्रांच और कैरियर लाइन चैनल से पर्याप्त मात्रा में कच्चा पानी नहीं मिल रहा है। जिसकी वजह से यमुना के जलाशय में पानी का स्तर लगातार गिर रहा है। अब यह अपने सामान्य जल स्तर 674.50 फीट से कम होकर 666.80 फीट तक पहुंच गया है। इसकी वजह से चंद्रावल और वजीराबाद स्थित जल शोधन संयंत्र से क्षमता के अनुसार स्वच्छ पानी का उत्पादन नहीं हो रहा है।
जलस्तर सुधार के लिए मानसून से उम्मीद
जल बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार, 30 जून से दिल्ली के कई इलाके में जल आपूर्ति बाधित रहेगी। यह समस्या तब तक बनी रहेगी, जब तक जलस्तर में सुधार नहीं होता। अधिकारियों ने बताया कि, यमुना में पानी छोड़ने को लेकर हरियरणा के सिंचाई विभाग को कई बार पत्र लिखा गया, लेकिन जरूरत के हिसाब से पानी नहीं दिया गया। अब यमुना के जल स्तर में सुधार के लिए सबसे ज्यादा उम्मीद मानसून से है। अधिकारियों ने बताया कि, मौसम विभाग ने जुलाई के पहले सप्ताह में अच्छी बारिश की घोषणा कर रखी है, अगर बारिश होती है तो जलस्तर में सुधार होगा।
इन इलाकों में होगी पेयजल समस्या
यमुना का जल स्तर गिरने के कारण सिविल लाइंस, हिंदू राव अस्पताल व आसपास के क्षेत्र, कमला नगर, शक्ति नगर, करोलबाग, पहाड़गंज, एनडीएमसी क्षेत्र, ओल्ड व न्यू राजेंद्र नगर, ईस्ट व वेस्ट पटेल नगर, बलजीत नगर, कालकाजी, गोविंदपुरी, तुगलकाबाद, प्रेम नगर, इंद्रपुरी व साथ के क्षेत्र, संगम विहार, प्रह्लादपुर व साथ के क्षेत्र, रामलीला मैदान, अंबेडकर नगर, दिल्ली गेट, सुभाष पार्क, पंजाबी बाग, जहांगीरपुरी, मूलचंद, साउथ एक्सटेंशन, ग्रेटर कैलाश, बुराड़ी, मॉडल टाउन, गुलाबी बाग और दिल्ली छावनी के कुछ क्षेत्र में भी जल आपूर्ति बाधित रहेगी।