- एक अक्टूबर से सभी डीजल के वाहनों पर बैन
- इसमें मध्यम व भारी वाहनों दोनों शामिल हैं
- दिल्ली सरकार ने तैयार की शीतकालीन कार्य योजना
Delhi Pollution News: दिल्ली सरकार वायु प्रदूषण को रोकने के लिए हर स्तर पर कोशिश कर रही है। सर्दियों में दिल्ली एनसीआर की आबोहवा काफी खराब हो जाती है। यहां वायु प्रदूषण होने की वजह पराली के अलावा डीजल के वाहन भी हैं। ऐसे में इस बार सरकार ने प्रदूषण में कंट्रोल करने के लिए बड़ा फैसला लिया है। सरकार ने सर्दियों में सभी डीजल वाहनों की दिल्ली में एंट्री बंद करने का फैसला किया है।
इस बात की जानकारी दिल्ली सरकार के एक अधिकारी ने दी है। इस बाबत दिल्ली सरकार ने पड़ोसी राज्य हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकार को बीती 15 जून को एक पत्र लिखा था। इस पत्र में सरकार ने पड़ोसी राज्यों से उनकी केवल बीएस-6 बसों की दिल्ली में एंट्री देने की बात कही थी।
एक अक्टूबर से सभी डीजल के वाहनों पर बैन
अब दिल्ली सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए एक अक्टूबर से दिल्ली में सभी डीजल के वाहनों पर बैन लगा दिया है। इसमें मध्यम व भारी वाहन दोनों शामिल हैं। यह बैन 5 महीने यानी 28 फरवरी 2023 तक रहेगा। ऐसे में इस प्रतिबंध से बहुत से व्यापारियों और आम लोगों को मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है। आपको बता दें कि, बीते कुछ सालों में दिल्ली एनसीआर के अंदर सर्दियों के वक्त वायु प्रदूषण काफी बड़ी समस्या बन गया है। यह मौसम आते ही यहां रहने वाले लोगों का सांस फूलने लगता है।
दिल्ली सरकार ने एक शीतकालीन कार्य योजना तैयार की
इसको ध्यान में रखते हुए दिल्ली सरकार ने एक शीतकालीन कार्य योजना तैयार की है। इस योजना के तहत सड़कों पर उड़ने वाली धूल को रोकने के लिए पानी का छिड़काव किया जाएगा। खुले में कचरा जलाने व मलबा डालने पर पूरी तरह से प्रतिबंध रहेगा। इसके अलावा हॉटस्पॉट की पहचान कर प्रदूषण नियंत्रण के काम किए जाएंगे। गौरतलब है कि, दिल्ली एनसीआर में हवा खराब होने की वजह मौसमी दशाओं के अलावा पराली, सड़कों पर उड़ने वाली धूल और वाहनों से निकलने वाले धुआ है।