- वजीराबाद में यमुना का जल स्तर पहुंचा 668.3 फीट पर
- जल बोर्ड मूनक नहर से वजीराबाद और चंद्रावल तक ला रहा पानी
- ओखला, हैदरपुर और बवाना जल शोधन संयंत्र भी हुआ प्रभावित
Delhi Water Crisis: दिल्ली में पेयजल किल्लत कम होने का नाम नहीं ले रहा है। पिछले एक सप्ताह से वजीराबाद में घट रहा यमुना का जलस्तर जहां सबसे निम्नतम स्तर पर पहुंच गया है, वहीं अब कुछ और जल शोधन संयंत्र पर भी पेयजल सप्लाई प्रभावित हुई है। इस वजह से दिल्ली में पेयजल संकट गहरा गया है। दिल्ली जल बोर्ड के अनुसार यमुना का जल स्तर घटने से अब ओखला, हैदरपुर और बवाना जल शोधन संयंत्र से भी पानी आपूर्ति कम हो गई है। जिससे कई नए इलाकों में भी पेयजल किल्लत शुरू हो गई है।
वजीराबाद में पिछले कई दिनों से घटते यमुना के जल स्तर की वजह से अभी तक जहां वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्र अपनी क्षमता से बेहद कम पानी की आपूर्ति कर रहे थे, वहीं अब ओखला जल शोधन संयंत्र और हैदरपुर व बवाना जल शोधन संयंत्र से भी पानी आपूर्ति कम हो गई है। इस वजह से अब उत्तरी, उत्तरी पश्चिमी, मध्य, दक्षिणी दिल्ली के कई इलाकों के साथ पश्चिमी दिल्ली के इलाकों में भी पेयजल आपूर्ति प्रभावित होने लगी है।
अब 668.3 फीट पर पहुंचा यमुना का जल स्तर
वजीराबाद बैराज के पास यमुना का जलस्तर लगातार कम हो रहा है। इस बैराज के पास यमुना का सामान्य जल स्तर 674.50 फुट होना चाहिए। लेकिन पिछले करीब 10 दिनों से इसमें लगातार गिरावट हो रही है। इस बैराज पर 15 मई को जल स्तर घटकर जहां 670 फीट हो गया था। वहीं अब यह 668.3 फीट तक पहुंच गया है। जल बोर्ड के अधिकारियों के अनुसार अब स्थिति यह हो गई है कि वजीराबाद में यमुना का जलस्तर नदी की सतह के बिल्कुल करीब पहुंच गया है। जिस वजह से वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्र को पानी नहीं मिल पा रहा है।
मजबूरन मूनक नहर व दिल्ली सब ब्रांच नहर से कुछ पानी लाकर यहां पर शोधित किया जा रहा है। यहां पर मूनक नहर से पानी लाने की वजह से मूनक नहर से जुड़े हैदरपुर, बवाना व द्वारका जल शोधन संयंत्र भी प्रभावित हो रहे हैं। अब जब जल बोर्ड द्वारा मूनक नहर से वजीराबाद व चंद्रावल जल शोधन संयंत्र में पानी ले जाया जा रहा है तो हैदरपुर और बवाना जल शोधन संयंत्र से भी करीब 15 प्रतिशत पानी आपूर्ति कम हुई है।