- हाइड्रोजन समृद्ध-कम्प्रेस्ड प्राकृतिक गैस से बसों को चलाने का ट्रायल शुरू हुआ है
- राजघाट डिपो में HCNG प्लांट और वितरण स्टेशन शुरू हुआ
- HCNG ईंधन का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह 70% कम कार्बन मोनोऑक्साइड का उत्सर्जन करता है
नई दिल्ली : दिल्ली में हाइड्रोजन समृद्ध-कम्प्रेस्ड प्राकृतिक गैस या HCNG की शुरूआत की गई है। मंगलवार को राजघाट डिपो में HCNG प्लांट और वितरण स्टेशन शुरू हुआ। इसके साथ ही 50 बसों में HCNG स्वच्छ ईंधन का 6 महीने का ट्रायल भी शुरू हो गया। अगर ट्रायल सफल रहा तो इससे और भी बसें चलाई जाएंगी। दिल्ली परिवहन विभाग ने इस प्लांट की स्थापना संचालन के लिए 15 करोड़ रुपए प्रदान किए हैं। इसके अलावा, 6 महीने की अवधि के ट्रायल के लिए परिवहन विभाग द्वारा 50 क्लस्टर बसें भी प्रदान की गई हैं। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्रालय ने HCNG को सितंबर, 2020 से ईंधन के रूप में अधिसूचित किया है।
HCNG को हाइड्रोजन अर्थव्यवस्था का पहला चरण माना जाता है, और इसका उपयोग गैसोलीन, डीजल ईंधन, एलपीजी के स्थान पर किया जा सकता है। इसका दहन एक सामान्य ऑटोमोबाइल ईंधन की तुलना में कम अवांछनीय गैसों का उत्पादन करता है। यह कार्बन मोनोऑक्साइड के उत्सर्जन को 70 फीसदी तक कम करता है। ईंधन दक्षता को 3 फीसदी तक बढ़ाता है जिसके परिणामस्वरूप लगभग 5 फीसदी की कुल ईंधन बचत होती है। मौजूदा बसों को HCNG ईंधन आधारित करने के लिए न्यूनतम संशोधनों की आवश्यकता है।
HCNG ईंधन का सबसे महत्वपूर्ण लाभ यह है कि यह 70% कम कार्बन मोनोऑक्साइड का उत्सर्जन करता है। कुल हाइड्रोकार्बन उत्सर्जन को करीब 15% कम कर देता है। 6 महीने के इस परीक्षण के दौरान, बसों के टेलपाइप उत्सर्जन पर लगातार निगरानी और विश्लेषण किया जाएगा। मुझे विश्वास है कि एक बार परीक्षण सफलतापूर्वक पूरा हो जाने के बाद, HCNG का उपयोग दिल्ली की अन्य बसों और निजी वाहनों में किया जा सकेगी।
इस दौरान केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी मौजूद थे। उद्घाटन समारोह में पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय, दिल्ली परिवहन विभाग, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड और इंद्रप्रस्थ गैस लिमिटेड के वरिष्ठ अधिकारियों ने भाग लिया। 4 टन प्रतिदिन की क्षमता वाला यह कॉम्पैक्ट HCNG सुधारक-आधारित उत्पादन संयंत्र आईओसीएल द्वारा दिल्ली के परिवहन विभाग के सहयोग से स्थापित किया गया है।
दिल्ली के परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने कहा कि हम आज से राजघाट डिपो की 50 बीएस- 6 बसों में HCNG ईंधन का 6 महीने का ट्रायल शुरू कर रहे हैं। दिल्ली, देश की राजधानी के रूप में पर्यावरण के प्रति सचेत परिवहन नीतियों को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है। इस दिशा में HCNG, इलेक्ट्रिक वाहन आदि जैसे स्वच्छ ईंधन महत्वपूर्ण कदम हैं।