- बस, ट्रेन या फ्लाइट से राजधानी पहुंचने पर जरूरी होगा एक हफ्ते का क्वारंटाइन
- कोरोना पर लगाम के लिए दिल्ली सरकार ने बनाया नया नियम
- सख्त नियम के बिना लॉकडाउन में ढील से तेजी से बढ़े संक्रमण के मामले
नई दिल्ली: ट्रेन, बस या फ्लाइट से दिल्ली पहुंचने वाले प्रत्येक व्यक्ति को अब एक हफ्ते के लिए अनिवार्य होम क्वारंटाइन से गुजरना होगा। दिल्ली सरकार ने अपने पहले के नियम में बदलाव कर दिया है जिसके तहत क्वारंटाइन में रहने की जरूरत नहीं थी। जिला प्रशासन के अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का काम सौंपा गया है कि नियम का पालन किया जाए।
इससे पहले, दिल्ली सरकार ने केवल सलाह दी थी कि राजधानी आने वाले लोग अगले 14 दिनों के लिए खुद की निगरानी करें और अगर कोरोनो वायरस के लक्षण दिखते हैं तो जिला निगरानी अधिकारी या राष्ट्रीय कॉल सेंटर को कॉल करें। इस निर्देश के साथ लॉकडाउन में ढील देने की वजह से राष्ट्रीय राजधानी में मामलों में वृद्धि हुई है और इस वजह से अब इसमें बदलाव किया गया है।
एक सप्ताह में तेजी से बढ़े मामले: वर्तमान में दिल्ली में कोरोनो वायरस के 23,645 मामले हैं, और पिछले सात दिनों में लगभग 1,200 मामलों के दैनिक औसत के साथ नए मामले जुड़े हैं। संक्रमण प्रभावित क्षेत्रों की संख्या अभी भी बहुत ज्यादा है। शहर में 120 से अधिक रोकथाम क्षेत्र कार्यरत हैं।
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने पहले ही स्पष्ट किया है कि राजस्व के लिए दिल्ली में सरकार लॉकडाउन में छूट को लेकर बाध्य है।केंद्रीय नीतियों के अनुरूप लॉकडाउन को खोला गया है, जिसमें सैलून और ब्यूटी पार्लरों को भी फिर से खोलना शामिल है।
सील की गई थी सीमा: बीते दिनों दिल्ली ने सप्ताह के लिए अपनी सीमाओं को सील कर दिया था, केवल आवश्यक सेवाओं को उस दायरे से बाहर रखा गया था। केजरीवाल ने कहा, 'हम नागरिकों से सुझाव मांगने के बाद सीमाओं को खोलने के लिए एक सप्ताह में फिर से निर्णय लेंगे।'
लगातार बढ़ रहा असर: भारत में बीते बुधवार को पिछले 24 घंटों में संक्रमण के रिकॉर्ड 8,909 मामले सामने आए हैं और साथ ही रिकॉर्ड 260 लोगों की मौत भी एक दिन में हो चुकी है। देश मौजूदा समय में वायरस से सबसे ज्यादा प्रभावित 10 देशों में से 7वें स्थान पर है, इसमें 2,07,615 मामले और 5,815 मौतें शामिल हैं।