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हिंसा के बाद बैकफुट पर किसान, 1 फरवरी को संसद मार्च की योजना रद्द की, जारी रहेगा आंदोलन

Updated Jan 27, 2021 | 21:08 IST

Security tightened in Delhi : गणतंत्र दिवस के दिन मंगलवार को राजधानी में किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा एवं उत्पाते के बाद दिल्ली पुलिस ने सुरक्षा काफी बढ़ा दी है। लाल किले पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।

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तस्वीर साभार:&nbspAP
गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड के दौरान हुई हिंसा
मुख्य बातें
  • दिल्ली पुलिस ने हिंसा के संबंध 50 लोगों को हिरासत में लिया है
  • हिंसा के संबंध में 25 प्राथमिकी दर्ज की हैं
  • हिंसा में 300 से ज्यादा पुलिस कर्मी जख्मी हुए हैं

Farmers’ protest Updates: गणतंत्र दिवस के दिन किसानों की ट्रैक्टर रैली हिंसक हो गई। किसानों प्रदर्शनकारियों का एक समूह लाल किले की सुरक्षा में सेंध लगाकर उसके प्राचीर तक पहुंच गया और वहां अपना झंडा फहराया। प्रदर्शनकारी किसानों की आईडीओ सहित कई जगहों पर दिल्ली पुलिस के साथ झड़प हुई। इस झड़प में दिल्ली पुलिस के 394 से जवान घायल हुए। प्रदर्शनकारी किसानों को शांत करने एवं स्थिति को काबू में करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े और कुछ जगहों पर लाठीचार्ज करना पड़ा। वहीं, तीन नए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग पर अड़े किसान संगठनों ने मंगलवार की हिंसा एवं उत्पात से खुद को अलग किया है। हिंसा मामले में दिल्ली पुलिस ने अब तक 25 एफआईआर दर्ज की हैं। 

संसद मार्च रद्द

वहीं किसान नेता दर्शन पाल ने ऐलान किया है कि एक फरवरी को बजट पेश किए जाने के दिन संसद मार्च की योजना रद्द कर दी गई है। तीस जनवरी को देश भर में आम सभाएं व भूख हड़ताल आयोजित की जाएंगी, हमारा आंदोलन जारी रहेगा। इसके अलावा हिंसा पर स्वराज इंडिया के नेता योगेंद्र यादव ने कहा कि लाल किला की घटना पर हमें खेद है और हम इसकी नैतिक जिम्मेदारी स्वीकार करते हैं। किसान नेता शिवकुमार कक्का ने हिंसा के संबंध में कहा, 'हमारे पास वीडियो क्लिप हैं, हम पर्दाफाश करेंगे कि किस प्रकार हमारे आंदोलन को बदनाम करने की साजिश रची गई।'

किसान नेता दिल्ली पुलिस की रडार पर

हिंसक प्रदर्शनों के बाद किसान यूनियन के कई नेता दिल्ली पुलिस की रडार पर हैं। अपनी प्राथमिकी में दिल्ली पुलिस ने किसानों की ट्रैक्टर परेड को लेकर जारी एनओसी के उल्लंघन के लिए किसान नेताओं दर्शन पाल, राजिंदर सिंह, बलबीर सिंह राजेवाल, बूटा सिंह बुर्जगिल और जोगिंदर सिंह उग्रा के नामों का उल्लेख किया है। एफआईआर में बीकेयू के प्रवक्ता राकेश टिकैत के नाम का भी उल्लेख है।

राकेश टिकैट के खिलाफ एफआईआर दर्ज
भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के खिलाफ पूर्वी दिल्ली के एक पुलिस स्टेशन में प्राथमिकी दर्ज हुई है। टिकैत एक वीडियो में किसानों से दिल्ली में ट्रैक्टर रैली के दौरान लाठी लेकर आने की बात कहते हुए सुने जा सकते हैं।

रिपोर्ट सौंपने और एफआईआर दर्ज करने के निर्देश
संस्कृति एवं पर्यन मंत्री प्रह्लाद पटेल ने बुधवार को कहा कि उन्होंने भारतीय पुरातत्व विभाग एवं संस्कृति विभाग के अधिकारियों के साथ लाल किले का दौरा किया। मैंने अधिकारियों को दो आदेश दिए हैं, पहला कि वे जल्द से जल्द अपनी रिपोर्ट तैयार कर गृह मंत्रालय को सौंपे दूसरा इस मामले में वे तत्काल एफआईआर दर्ज कराएं। रिपोर्ट मिलने के बाद चीजें और स्पष्ट होंगी। लौटते समय मैंने गांधी स्मृति एवं दर्शन स्मृति का दौरा किया। गणतंत्र दिवस परेड में हिस्सा लेने के लिए ओडिशा के कालाहांडी से 85 बच्चे आए थे लौटते समय वे लाल किला देखना चाहते थे लेकिन वे वहां नहीं जा सके। मैंने उनसे मुलाकात और वे सुरक्षित हैं। 

FIR में योगेंद्र यादव सहित किसान नेताओं के नाम 
सूत्रों का कहना है कि दिल्ली में हिंसा एवं उपद्रव के लिए दर्ज एफआईआर में किसान नेताओं के नाम शामिल किए गए हैं। एफआईआर में किसान नेता योगेंद्र यादव, दर्शन पाल, गुरनाम सिंह चदूनी और बलजीत सिंह राजेवाल के नाम शामिल हैं। इन नेताओं पर आरोप है कि इन्होंने एनओसी का उल्लंघन किया। 

200 संदिग्ध हिरासत में लिए गए
गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली में हिंसा एवं उत्पात फैलाने के आरोप में पुलिस ने 200 संदिग्धों को हिरासत में लिया है। दिल्ली पुलिस का कहना है कि राजधानी में उपद्रव एवं हिंसा करने वालों को शीघ्र गिरफ्तार किया जाएगा। मंगलवार को किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान प्रदर्शनकारी तय रूट का उल्लंघन करते हुए आईटीओ, लाल किले सहित राजधानी के अलग-अलग जगहों पर पहुंच गए और इन जगहों पर उपद्रव किया। प्रदर्शनकारियों के हमले में दिल्ली पुलिस के 100 से ज्यादा जवान घायल हुए हैं।

राकेश टिकैत ने दी सफाई
भारत किसान यूनियन के नेता राकेट टिकैत का कहना है कि अनपढ़ लोग ट्रैक्टर चला रहे थे। उन्हें दिल्ली के रास्तों के बारे में जानकारी नहीं है। प्रशासन के कहे अनुसार उन्होंने रैली निकाली और वापस घर चले गए। इनमें से कुछ अज्ञानतावश लाल किले की तरफ चले गए। पुलिस ने उन्हें वापस जाने का रास्ता बताया। लाल किले पर जिन लोगों ने हिंसा की और उत्पात मचाया उन्हें अपने कर्मों की सजा भुगतनी होगी। पिछले दो महीने से एक खास समुदाय के खिलाफ साजिश रची जा रही है। यह सिखों का आंदोलन नहीं बल्कि किसानों का है। दीप सिद्धू कोई सिख नहीं, वह भाजपा का कार्यकर्ता है। उसकी पीएम मोदी के साथ एक तस्वीर है। यह किसानों का आंदोलन है और यह वही रहेगा। कुछ लोगों को यह स्थान तत्काल छोड़ना पड़ेगा। जिन लोगों ने बैरिकेडिंग तोड़ी वे कभी इस आंदोलन का हिस्सा नहीं बनेंगे।

एनएच-9 और एनएच-24 यातायात के लिए बंद
दिल्ली यातायात पुलिस ने बुधवार के लिए अपना परामर्श जारी किया है। गाजीपुर मंडी, एनएच-9 और एनएच-24 को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है। दिल्ली से गाजियाबाद की यात्रा करने वाले लोगों को शाहदरा, कड़कड़ी मोड़ और डीएनडी रास्ते का इस्तेमाल करने के लिए कहा गया है।

लाल किले और सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा बढ़ाई गई
मंगलवार को ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा एवं उत्पात को देखते हुए लाल किले और सिंघु बॉर्डर पर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। लाल किले मेट्रे स्टेशन के गेट यात्रियों के लिए बंद कर दिए गए हैं। सिंघु बॉर्डर पर भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। कृषि कानूनों के खिलाफ किसान दो महीने से ज्यादा समय से सिंघु बॉर्डर पर धरना दे रहे हैं। प्रदर्शनकारी किसानों का यह प्रमुख धरना स्थल है। 

उपद्रवियों को शिकंजे में लेगी दिल्ली पुलिस
मंगलवार को राजधानी में हिंसा एवं उत्पात करने वालों के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने अपना शिकंजा कसना शुरू कर दिया है।  संदिग्धों की पहचान करने के लिए दिल्ली पुलिस सीसीटीवी फुटेज एवं मोबाइल फोन की रिकॉर्डिंग खंगाल रही है। जांच में पता चला है कि लाल किले के पास लगे सीसीटीवी को क्षतिग्रस्त किया गया है। दिल्ली पुलिस संदिग्धों की पहचान के लिए फेसियल रिकगनिशन सॉफ्टवेयर की मदद ले सकती है। यही नहीं, भड़काउ भाषण देने वाले किसान नेताओं की भी पहचान की जा रही है। 
 

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