- केजरीवाल की दमनकारी नीति पर हाईकोर्ट का तमाचा- बग्गा
- 'क्या गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला उठाना गुनाह है'
- 'क्या कश्मीरी पंडितों की समस्या उठाना अपराध है'
तजिंदर पाल सिंह बग्गा की गिरफ्तारी पर पंजाब हरियाणा हाईकोर्ट ने पांच जुलाई तक रोक लगा दी है। अपनी गिरफ्तारी के साथ साथ वो अरविंद केजरीवाल और पंजाब की भगवंत मान सरकार पर जमकर बरसे। उन्होंने कहा कि वो केजरीवाल से डरते नहीं हैं, जैसे पहले सवाल किया करते थे वैसे ही सवाल करेंगे। इसके साथ ही कहा कि पंजाब के सीएम कठपुतली बने हुए हैं जब उन्हें बैठने के लिए कहा जाता है तो वो बैठ जाते हैं, जब खड़ा होने के लिए बोला जाता है को खड़े हो जाते हैं। आखिर मेरा गुनाह क्या था। क्या कश्मीर फाइल्स का जिक्र करना गुनाह था, क्या गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला उठाना गुनाह था।
बग्गा की हुंकार
मेरी गिरफ्तारी अवैध तरीके से हुई
एक आतंकी की तरह मेरी गिरफ्तारी हुई
देश संविधान से चलता है
एक आतंकी की तरह मेरी गिरफ्तारी हुई।
मैंने सवाल पूछकर क्या कोई गलत काम किया
क्या गुरुग्रंथ साहिब की बेअदबी का मामला उठाना गलत है
क्या कश्मीर फाइल्स का जिक्र करना गलत है।
पहले की तरह बोलता रहूंगा'
तजिंदर पाल सिंह बग्गा ने कहा कि वो शुरू से ही केजरीवाल सरकार के खिलाफ आवाज बुलंद करते रहे हैं। अगर दिल्ली सरकार लोगों के लिए काम नहीं करेगी तो क्या उसके खिलाफ बोलना उनका फर्ज नहीं है। जो केजरीवाल जी सरकार में आने से पहले बड़े बड़े बदलावों की बात करते थे वो बदलाव, बदले में नजर आने लगे। अमृतसर का आप का एक विधायक बेअदबी के मामले को उठाता है तो उसकी आवाज दबाने की कोशिश की जाती है। केजरीवाल अपनी व्यक्तिगत खुन्नस निकालने के लिए पंजाब पुलिस की मदद ले रहे हैं। केजरीवाल के तानाशाही विचार का वो इकलौते पीड़ित नहीं है। प्रीति गांधी से लेकर तमाम नाम उस कैटिगरी में शामिल हैं।