Seemapuri News : राजाधानी दिल्ली के ओल्ड सीमापुरी इलाके के एक घर से गुरुवार को आईईडी (IED) की बरामदगी से हड़कंप मच गया। नेशनल सेक्युरिटी गार्ड (NSG) के बम निरोधक दस्ते ने इस आईईडी को निष्क्रिय किया। पुलिस का कहना है कि अमोनियम नाइट्रेट, आरडीएक्स के साथ टाइमर का इस्तेमाल कर इस आईईडी को तैयार किया गया था। विस्फोटक की मात्रा करीब तीन किलो थी। इससे पहले 15 जनवरी को गाजीपुर फूल मंडी में एक संदिग्ध बैग में आईईडी मिली थी। खास बात यह है कि गाजीपुर फूल मंडी में बरामद आईईडी की जांच के दौरान ही सीमापुरी इलाके में संदिग्ध गतिविधि होने का इनपुट जांच एजेंसियों को मिला था।
लोगों से बहुत कम मिलते-जुलते थे संदिग्ध
दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल मामले की जांच कर रीह है। पुलिस का कहना है कि संदिग्धों का गाजीपुर फूल मंडी में बरामद आईईडी से लिंक हो सकता। ये संदिग्ध लोगों से बहुत कम मिलते-जुलते थे। उनके पास और विस्फोटक हो सकता है। संदिग्धों की उम्र 20 साल के करीब बताई जा रही है। पुलिस करीब चार संदिग्धों की तलाश कर रही है। बताया यह भी जा रहा है कि पुलिस की रेड से दो दिन पहले ये संदिग्ध गायब हो गए।
कमरे से पुलिस को समान एवं कपड़े मिले
सीमापुरी के जिस मकान नंबर डी-49 से विस्फोटक से भरा बैग मिला वहां से पुलिस को कुछ समान एवं कपड़े मिले हैं। जाहिर है कि ये सामान संदिग्धों के हैं जो फरार हैं। बताया जाता है कि इस कमरे में तीन से चार लोग रहते थे। पुलिस मकान के मालिक को हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है। सीमापुरी इलाका यूपी बॉर्डर पर है, ऐसे में चुनाव का सामना कर रहे इस राज्य में आतंकी वारदात को अंजाम देने की साजिश हो सकती थी। जांच एजेंसियों हर एक एंगल से मामले की जांच और साजिश के तह तक पहुंचने में जुटी हैं।
विस्फोटकों की बरामदगी से उठे सवाल
बीते कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर, पंजाब से लेकर दिल्ली में विस्फोटकों की बरामदगी से कई सवाल खड़े हुए हैं। सवाल है कि क्या इन राज्यों में धमाकों की साजिश रची जा रही है। इन विस्फोटकों के पीछे आखिर कौन है? इन सबकी गुत्थी सुलझाने में सुरभा एजेंसियों जुटी हुई हैं। हालांकि गाजीपुर फूल मंडी में विस्फोटक कौन लेकर आया था, इस बारे में जांच एजेंसियों के हाथ खाली हैं।
लुधियाना के कोर्ट कॉम्पलेक्स ब्लास्ट में आरडीएक्स का इस्तेमाल
जम्मू-कश्मीर, पंजाब और दिल्ली में विस्फोटकों की बरामदगी से सुरक्षा एजेंसियों के कान खड़े हैं। सुरक्षा एजेंसियों साजिश के सूत्रधार तक पहुंचने का प्रयास कर रही हैं। पिछले कुछ महीनों में देश में विस्फोटकों की बरामदगी पर नजर डालें तो 15 जनवरी 2022 को गाजीपुर के फूल मार्केट में आईईडी मिला। 2 जनवरी 2022 को लुधियाना के कोर्ट कॉम्पलेक्स ब्लास्ट में दो किलो आरडीएक्स का इस्तेमाल हुआ। 13 जनवरी 2022 को पंजाब के गुरदासपुर में आतंकी साजिश नाकाम हुई। यहां से 2.5 किलो आरडीएक्स, एक डेटोनेटर, 5 विस्फोटक फ्यूज, हथियार एवं गोला बारूद बरामद हुआ।
अमृतसर-अटारी बॉर्डर पर विस्फोटक मिला
इसके एक दिन बाद 14 जनवरी को अमृतसर-अटारी बॉर्डर पर विस्फोटक मिला। एसटीएफ ने यहां से 5 किलो RDX जब्त की। 12 जनवरी 2022 को श्रीनगर में धमाके की साजिश नाकाम की गई। यहां प्रेशर कुकर में आईईडी बरामद हुआ। गत 29 जनवरी को हिमाचल प्रदेश के कुल्लू में पार्किंग में खड़ी कार में धमाका हुआ। इसके तार गाजीपुर में बरामद आईईडी से बताए गए।
विस्फोटकों के तार जम्मू-कश्मीर, पंजाब से जुड़ते दिख रहे हैं
दिल्ली पुलिस के पुलिस कमिश्नर राकेश अस्थाना का कहना है कि गाजीपुर केस की जांच के दौरान सीमापुरी इलाके में संदिग्ध गतिविधि होने की जानकारी मिली। सीमापुरी में कमरे से संदिग्धों के कुछ कपड़े और समान भी मिले हैं। जो उन तक पहुंचने में कड़ी का काम कर सकते हैं। पुलिस का कहना है कि सीमापुरी के घर से जो आईईडी मिला है वह गाजीपुर में बरामद विस्फोटक जैसा ही है। विस्फोटकों के तार जम्मू-कश्मीर, पंजाब से जुड़ते दिख रहे हैं।