उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती पर निकाली गयी शोभायात्रा पर पथराव के बाद भड़की हिंसा के मामले में पुलिस ने ‘मुख्य षड्यंत्रकारियों’ सहित 20 लोगों को गिरफ्तार किया है। वहीं, इलाके में रविवार को तनावपूर्ण शांति बनी रही और दंगा रोधी पुलिस सड़कों पर गश्त करती नजर आई और अधिकतर लोग घरों के अंदर ही रहे।
पुलिस ने बताया कि झड़प के सिलसिले में दो किशोरों को भी पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि मामलों को आगे की जांच के लिए क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया है। इस बीच, तनाव कम करने के लिए पुलिस ने रविवार को अमन समितियों के सदस्यों के साथ बैठक की और उनसे कहा कि वे अपने-अपने इलाकों में शांति बनाए रखने की लोगों से अपील करें।
वहीं इस मामले में 12 आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है जबकि अंसार और असलम को एक दिन की पुलिस कस्टडी में भेजा गया है।
गौर हो कि उत्तर-पश्चिमी दिल्ली के जहांगीरपुरी इलाके में शनिवार को हनुमान जयंती पर निकाले गए जुलूस पर पथराव के बाद भड़की हिंसा मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, उन्होंने बताया कि शनिवार शाम को दो समुदाय के लोगों के बीच पथराव हुआ और कुछ वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। हिंसा में एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी और एक उप निरीक्षक को गोलियां लगी हैं।
स्पेशल सीपी, लॉ एंड ऑर्डर, दीपेंद्र पाठक ने बताया कि जहांगीरपुरी हिंसा के एक मामले की जांच के दौरान एक साजिशकर्ता अंसार को गिरफ्तार कर लिया गया है, वह पहले हमले के 2 मामलों में शामिल पाया गया था और उसे निवारक धाराओं के तहत बार-बार गिरफ्तार किया गया था और जुआ अधिनियम और शस्त्र अधिनियम के तहत 5 बार मामला दर्ज किया गया था।
घायल ASI अरुण कुमार ने कहा- हमलावर बांग्ला में गाली दे रहे थे
दिल्ली के जहांगीर पुरी में शनिवार को हुई हिंसा में 8 पुलिसकर्मी भी घायल हुए। दिल्ली पुलिस ने मामले में 14 लोगों को गिरफ्तार किया है। हिंसा के दौरान फायरिंग में घायल हुए SI मेदालाल ने TIMES NOW नवभारत से EXCLUSIVE बातचीत में बड़ी जानकारी दी। मेदालाल ने कहा कि मस्जिद के सामने बहस के बाद हिंसा हुई, छत से और सामने से पत्थरबाजी हो रही थी। कुछ दंगाइयों के हाथ में तलवार, कुछ के हाथ में डंडे थे। C BLOCK की तरफ से 7-8 राउंड फायरिंग हुई।उन्होंने कहा कि पुलिस स्टाफ ने दोनों पक्षों को समझाया। हम कुशल चौक निकल गए, लगा कि शांति हो गई। बाद में पब्लिक आई और पत्थरबाजी हुई। कुशल चौक पर ही मुझे गोली लगी। भीड़ में किसी का चेहरा नहीं दिखा।
अरुण कुमार ने कहा कि ये साजिश लगती है। एक साथ इतने लोग कैसे आ गए। सी ब्लॉक साइट से पत्थर आ रहे थे, बोतलें भी आ रही थीं। इतने पत्थर फेंके गए पता नहीं कहां-कहां से आ रहे थे। हजारों लोग थे। इतने पत्थर आ रहे थे जैसे बारिश हो रही हो, हमलावर बांग्ला में गाली दे रहे थे। मेरे कंधे और जबड़े पर पत्थर लगा।