- एम्स पुनर्विकास परियोजना के लिए लैंड यूज चेंज को मिली मंजूरी
- नरेला में बनने वाले ई-वेस्ट इको पार्क को भी मिली बैठक में मंजूरी
- परियोजना पूरी होने के बाद एम्स में मिलेगी कई विश्वस्तरीय सुविधा
Delhi News: अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) पुनर्विकास परियोजना के लिए लैंड यूज चेंज को मंजूरी दे दी गई है, अब इस अस्पताल में मरीजों के लिए विश्वस्तरीय कई सुविधाओं का विकास किया जाएगा। वहीं ई-कचरा निपटान के देश के पहले ई-वेस्ट इको पार्क को भी मंजूरी मिल गई है। इस पार्क को नरेला में 21 एकड़ क्षेत्र में बनाया जाएगा। यह सभी मंजूरी उपराज्यपाल वीके सक्सेना की अध्यक्षता में हुई दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) बोर्ड की बैठक में लिया गया है। पुनर्विकास परियोजना पर अंतिम स्वीकृति के लिए प्रस्ताव अब केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय के समक्ष भेजा जाएगा।
बता दें कि, केंद्रीय मंत्रिमंडल ने फरवरी 2019 में एम्स को पुनर्विकास योजना के तहत विश्वस्तरीय विश्वविद्यालय में बदलने की सैद्धांतिक मंजूरी दी थी। इस परियोजना के तहत रोगी देखभाल, शिक्षण, ट्रामा सेंटर विस्तार, अनुसंधान और प्रशासन और सहायता सेवाओं को अपडेट करने के साथ एम्स में तीन हजार बिस्तरों का नया अस्पताल बनाने का प्रस्ताव है। मंत्रालय की तरफ से अप्रूवल मिलने के बाद परियोजना पर कार्य शुरू हो जाएगा। परियोजना पूरी होने के बाद यहां पर जहां मरीजों को कई तरह की अतिरक्त सुविधाएं मिलेंगी, वहीं अतिरिक्त बेड का लाभ भी मिलेगा। इसके अलावा नई अकादमी व शोध इमारत और छात्रावास आदि का निर्माण भी किया जाएगा। इसके लिए सिटी पार्क, जिला पार्क, सामुदायिक पार्क को शोध व शिक्षा के लिए उपयोग किए जाने का प्रस्ताव है।
21 एकड़ में बनेगा ई कचरा पार्क
नरेला में दिल्ली सरकार द्वारा बनाए जाने वाले 21 एकड़ के इको पार्क के लिए भूमि को आवासीय-आरडी श्रेणी से उपयोगिता-यू 4 में करने को मंजूरी दी गई। इस पार्क के लिए सरकार द्वारा कई औपचारिकताएं पहले ही पूरी हो चुकी हैं, बस मंजूरी का इंतजार था। इसमें ई-कचरे का निपटान वैज्ञानिक एवं पर्यावरणीय मांपदंडों के अनुसार किया जाएगा। इस पार्क में सरकारी कर्मचारियों के साथ असंगठित क्षेत्र के प्रतिनिधियों को भी रीसाइक्लिंग का प्रशिक्षण दिया जाएगा। दिल्ली सरकार के अनुसार, राजधानी में प्रत्येक वर्ष लगभग दो लाख टन ई कचरा निकलता है और इसे ज्यादातर असंगठित क्षेत्र के द्वारा रीसाइकिल किया जाता है। इस इको पार्क की मदद से इसका निपटारन करने में काफी मदद मिलेगी।